आम बजट से पहले बाजार में जारी रहेगा उतार-चढ़ाव का सिलसिला
आगामी सप्ताह वित्त वर्ष 2015-16 का आम बजट आना है। इसके अलावा रेल बजट व आर्थिक सर्वेक्षण तथा डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का सिलसिला कायम रहेगा। शेयर बाजार विशेषज्ञों ने यह राय जाहिर की है। विश्लेषकों ने कहा कि बजट पूर्व उम्मीदें बढ़ेंगी और उससे जुड़े क्षेत्रों में कारोबारियों की खरीद फरोख्त बढ़ेगी।
नई दिल्ली : आगामी सप्ताह वित्त वर्ष 2015-16 का आम बजट आना है। इसके अलावा रेल बजट व आर्थिक सर्वेक्षण तथा डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का सिलसिला कायम रहेगा। शेयर बाजार विशेषज्ञों ने यह राय जाहिर की है। विश्लेषकों ने कहा कि बजट पूर्व उम्मीदें बढ़ेंगी और उससे जुड़े क्षेत्रों में कारोबारियों की खरीद फरोख्त बढ़ेगी।
आम बजट 28 फरवरी को पेश होगा। इस दिन शनिवार होने के बावजूद शेयर बाजार में कारोबार होगा। कारोबार सामान्य दिनों की तरह सुबह नौ बजे से दोपहर साढ़े तीन बजे तक होगा। शेयर बाजार आमतौर पर शनिवार और रविवार को बंद रहते हैं। एक विशेषज्ञ ने कहा, हमें लगता है कि रेल व आम बजट तथा डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा। बाजार का रख विदेशी निवेशकों के निवेश के रख, डॉलर के मुकाबले रुपए के उतार चढ़ाव और कच्चे तेल की कीमतों से भी निर्धारित होगा।
कैपिटलविया ग्लोबल रिसर्च लिमिटेड के शोध निदेशक (सीएमटी) विवेक गुप्ता ने कहा, निकट भविष्य में सेंसेक्स का उतार चढ़ाव आगे के आर्थिक सुधार पर निर्भर करेगा। इसके बारे में 28 फरवरी, 2015 को पेश होने वाले बजट में दिशा मिलेगी। निकट भविष्य में फरवरी के वायदा एवं विकल्प अनुबंधों की समाप्ति से निफ्टी में उतार चढ़ाव बना रहेगा, लेकिन इसमें तेजी का रख कायम रहने की भी संभावना है। संसद का बजट सत्र 23 फरवरी को शुरू होगा। रेलवे बजट 26 फरवरी को पेश होगा जबकि 27 फरवरी को आर्थिक सर्वेक्षण और 28 फरवरी को आम बजट पेश किया जायेगा।
एचएसबीसी इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजल भंडारी ने कहा, 28 फरवरी को प्रस्तुत किये जाने वाले इस वर्ष के बजट को लेकर कारोबारियों को उम्मीद है कि सरकार अपनी राजकोषीय मजबूती के महत्वाकांक्षी लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ेगी और साथ ही आर्थिक वृद्धि की स्थिति में भी सुधार लाएगी। बजट को लेकर बाजार को काफी उम्मीदें हैं। डीएसपी मेरिल लिंच (इंडिया) के शोध विश्लेषक ज्योतिवर्धन जयपुरिया ने कहा कि बजट को लेकर बाजार पर पड़ने वाला असर पिछले कुछ सालों में समाप्त हो रहा है क्योंकि ज्यादातर सुधार कार्य बजट से बाहर होते हैं और बजट में कर ढांचे में बदलाव बहुत कम होते हैं। बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 136.48 अंक की तेजी के साथ 29,231.41 अंक पर बंद हुआ।