नई दिल्ली: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंक प्रमुखों के साथ बैठक की. बैंकर्स के साथ एग्रीकल्चर, ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को लेकर विशेष रूप से चर्चा हुई. वर्तमान में इन दो सेक्टर की हालत खराब है. इस बैठक में वित्तमंत्री ने बैंकर्स के साथ लेंडिंग से जुड़े मामलों पर चर्चा की. जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को MSME सेक्टर के साथ और बुधवार को ऑटो सेक्टर के प्रतिनिधियों के साथ बैठक होगी. उसके बाद इंडस्ट्री सेक्टर के लोगों के साथ वित्तमंत्री मुलाकात करेंगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बैठक का सिलसिला यही नहीं रुकेगा. सभी लोगों से मुलाकात के बाद वित्तमंत्री रियल एस्टेट के लोगों के साथ भी चर्चा करेंगी. इस सेक्टर पर भी भारी दबाव है. यह एक ऐसा सेक्टर है जो अकेले के दम पर लाखों लोगों को नौकरी देने में सक्षम है. लेकिन, लंबे समय से मंदी से प्रभावित है. वित्त मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, इन लोगों से राय मशविरा करने के बाद विकास को गति देने के लिए रोडमैप तैयार किया जाएगा और उसके हिसाब से सरकार आगे काम करेगी.



आज की  बैठक के बाद वित्त मंत्री ने कहा कि FDI के मुद्दे पर वित्त मंत्रालय स्टेक होल्डर्स के प्रस्ताव का आमंत्रण करता है. सोवर्जिन बॉन्ड को लेकर वित्त मंत्री की तरफ से कोई बड़ी बात नहीं कही गई. उन्होंने कहा कि वह सभी सेक्टर के प्रतिनिधियों से इसलिए मुलाकात कर रही हैं, ताकि उनके लिए भविष्य के रोडमैप को तैयार किया जा सके. हम उनकी मांगों को सुन रहे हैं.



वित्त मंत्री ने कहा कि हमने बैंक के प्रतिनिधियों से कहा कि वे सरकार और टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से जारी होने वाले नोटिस का जवाब दें. साथ ही GST कलेक्शन को लेकर उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष में चार महीने बीते हैं और कलेक्शन में 4 फीसदी का इजाफा हुआ है.