मुंबई: अमेरिका (US) की ब्रोकरेज कंपनी (Brokerage Company) बोफा सिक्योरिटीज (BofA Securities) ने सोमवार को आगाह किया कि भारत में अगर राष्ट्रीय स्तर पर 1 महीने का लॉकडाउन (Lockdown) लगाया जाता है तो जीडीपी (Gross Domestic Product) में 2 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है.


पिछले 1 महीने में 7 गुना तक बढ़े कोरोना के मामले


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ब्रोकरेज कंपनी बोफा सिक्योरिटीज ने उम्मीद जताई है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी को फैलने से रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर ही लॉकडाउन (Lockdown) लगाया जाएगा. बोफा सिक्योरिटीज के एनालिस्ट्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि एक महीने पहले कोरोना के 35,000 मामले थे जो अब सात गुना बढ़कर 2.61 लाख से ज्यादा हो गए हैं.


लॉकडाउन से जीडीपी को नुकसान


रिपोर्ट के अनुसार, ‘यह देखने की बात है कि क्या कोरोना की दूसरी लहर राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन के बिना खत्म होगी. अगर एक महीने के लिए भी राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन लगाया जाता है तो जीडीपी को 1 से 2 प्रतिशत तक का नुकसान हो सकता है.’


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कोरोना की रोकथाम के लिए लॉकडाउन जरूरी?


इसमें कहा गया है कि हाई इकोनॉमिक कॉस्ट को देखते हुए अनुमान है कि केंद्र और राज्य सरकारें कोविड-19 की रोकथाम से जुड़े नियमों जैसे- मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना आदि को कड़ाई से लागू करके, नाइट कर्फ्यू और स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन के जरिए इस पर अंकुश लगाने की कोशिश करेंगी.


बता दें कि देशभर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को भारत में 2,73,810 कोविड के नए मामले सामने आए, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इसी के साथ देश में अब कोरोना के मामले 1.5 करोड़ के पार हो गए.


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यह लगातार पांचवा दिन है जब देश में दो लाख से ज्यादा कोरोना के केस सामने आए. भारत में रविवार को 2,61,500 मामले, शनिवार को 2,34,692 केस, शुक्रवार को 2,17,353 मामले और गुरुवार को 2,00,739 केस दर्ज किए गए.


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