इस्लामाबाद: पाकिस्तान अपने देश की अर्थव्यवस्था के हालत के बारे में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से चर्चा के बाद अपने रुपये के अवमूल्यन पर राजी हो गया है. डॉन आनलाइन की रपट में कहा गया है कि पाकिस्तान और आईएमएफ प्रतिनिधिमंडल के बीच शुक्रवार (8 दिसंबर) को पहले दौर की बातचीत संपन्न हुई और 13-14 दिसंबर को होनेवाली अगले दौर की बातचीत के लिए नीतिगत तैयारियों के लिए दो-दिवसीय अवकाश लिया गया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान अब मुद्रा की दरों को बाजार की स्थितियों के आधार पर समायोजित करेगा.


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यह कदम पिछले महीने लांच किए गए दो अंतर्राष्ट्रीय बांड्स की प्राप्तियां सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है. रपट में कहा गया है कि इस कदम से शुक्रवार (8 दिसंबर) को पाकिस्तान की मुद्रा की दर एक डॉलर के मुकाबले 110 रुपये तक पहुंचने की अनुमति दे गई, हालांकि यह 107 रुपये तक ही पहुंच पाई और आधिकारिक अनुमान से ज्यादा नहीं घटा.


डॉन को सूत्रों ने बताया कि आईएमएफ ने पाकिस्तान के बाहरी क्षेत्र की सेहत पर चिंता प्रकट की है, लेकिन वहां की सरकार की राय इससे अलग है. आईएमएफ का दल इस आकलन के बारे में अपनी रपट पाकिस्तानी अधिकारियों को सोमवार को सुपूर्द करेगा.