Patym Share: RBI के चाबुक के बाद विदेशी फर्म ने दिया झटका,औंधे मुंह गिरे Paytm के शेयर,10 दिन में ₹26000 करोड़ साफ
Paytm Payment Bank Latest Update: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की कार्रवाई के बाद से पेटीएम के शेयरों का बुरा हाल है. पेटीएम के शेयर अब तक अपने उच्चतम मूल्य से 55 फीसदी तक गिर चुके हैं. आरबीआई के एक्शन के बाद से पेटीएम के शेयरों में लगातार लोअर सर्किट लग रहा है.
Paytm Stocks Downgrade:रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की कार्रवाई के बाद से पेटीएम के शेयरों का बुरा हाल है. पेटीएम के शेयर अब तक अपने उच्चतम मूल्य से 55 फीसदी तक गिर चुके हैं. आरबीआई के एक्शन के बाद से पेटीएम के शेयरों में लगातार लोअर सर्किट लग रहा है. बुधवार को भी पेटीएम के शेयर 9 फीसदी गिरकर 344.40 रुपये पर पहुंच गए.
Paytm के शेयरों में फिर से 9% की गिरावट, रिकॉर्ड हाई से 55% नीचे पहुंचा स्टॉक
'पेटीएम करो' पर चले आरबीआई के चाबुक के बाद से पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशन की मुश्किल खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. पेटीएम पेमेंट बैंक पर आरबीआई के एक्शन के बाद से पेटीएम के शेयर लगातार गिर रहे हैं. बुधवार को पेटीएम के शेयर फिर से 9 फीसदी तक लुढ़क गए. बीते 10 दिनों का हाल देखें तो पेटीएम के शेयर 55 फीसदी तक लुढ़क चुके हैं. शेयरों में गिरावट के बाद निवेशकों के 26000 करोड़ स्वाहा हो गए है. कंपनी का शेयर 31 जनवरी को 761 रुपए पर था, जो अब गिरकर 344.40 रुपये पर पहुंच गया है.
10 दिन में Paytm निवेशकों को 26000 करोड़ का नुकसान
31 जनवरी को कंपनी का मार्केट कैप 48,334.71 करोड़ रुपए था, इसके बाद से कंपनी के शेयर लगातार गिरने लगे. लगातार गिरावट के बाद अब कंपनी का मार्केट कैप 21,874.48 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. यानी 10 दिनों में कंपनी को 26 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है. आरबीआई के एक्शन की तलवार चलने के बाद से पेटीएम मुश्किलों से घिरता जा रहा है.
Paytm Payments Bank को नहीं मिली RBI से राहत, मैक्वायरी ने भी घटाया टार्गेट प्राइस
आरबीआई के एक्शन के बाद पेटीएम के लिए हर तरह से झटके वाली खबर ही आ रही है. विदेशी ब्रोकरेज फर्म मैक्वायरी ने पेटीएम के शेयरों को डाउनग्रेड कर दिया है. मैक्वायरी ने पेटीएम के शेयरों को 'अंडरपरफॉर्म' की रेटिंग दे दी. कंपनी के शेयर का टार्गेट प्राइस गिराकर 275 रुपये कर दिया है. ब्रोकिंग फर्म ने पेटीएम के शेयरों का टार्गेट प्राइस में 57 फीसदी तक गिरा दिया. वहीं आरबीआई ने अपने फैसले का रिव्यू करने से इनकार कर दिया है.