राहुल गांधी बोले, मैं पीएम होता तो नोटबंदी की फाइल को कबाड़खाने में फेंक देता
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि नोटबंदी एक `अच्छी पहल नहीं` थी. देश में नोटबंदी होने के करीब सवा साल बाद राहुल गांधी का यह बयान आया है.
सिंगापुर : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि नोटबंदी एक 'अच्छी पहल नहीं' थी. देश में नोटबंदी होने के करीब सवा साल बाद राहुल गांधी का यह बयान आया है. राहुल गांधी ने कहा कि अगर वह देश के प्रधानमंत्री होते तो नोटबंदी के प्रस्ताव को ‘कचरे के डिब्बे’ में फेंक देते. कांग्रेस अध्यक्ष दक्षिण एशियाई देशों की 5 दिन की यात्रा पर हैं. शनिवार को उन्होंने मलेशिया यात्रा शुरू की और इस दौरान कुआलालंपुर में भारतीय समुदाय के लोगों के साथ बातचीत की. जब उनसे पूछा गया था कि वह नोटबंदी को कैसे अलग तरह से लागू करते. इस पर राहुल गांधी ने कहा, ‘यदि मैं प्रधानमंत्री होता और कोई मुझे नोटबंदी करने के प्रस्ताव की फाइल देता तो मैं उसे कचरे के डिब्बे में, कमरे से बाहर या कबाड़खाने में फेंक देता.’
नोटबंदी किसी के लिए भी अच्छी नहीं
राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं नोटबंदी को ऐसे ही लागू करता क्योंकि मेरे हिसाब से इसके (नोटबंदी) साथ ऐसा ही किया जाना चाहिए, यह किसी के लिए भी अच्छी नहीं है.’ कांग्रेस अध्यक्ष का इससे जुड़ा एक वीडियो कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है. गौरतलब है कि नोटबंदी की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को की थी. इसमें पीएम मोदी ने 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोट बंद कर दिए थे. कांग्रेस ने इसका मुखर विरोध भी किया था.
इस सवाल पर राहुल गांधी ने सिंगापुर से किया था PM मोदी पर हमला
'कांग्रेस के खिलाफ कोर्ट में केस करेंगे'
गौरतलब है कि इससे पहले सिंगापुर के एक विश्वविद्यालय में संबोधन के दौरान पीके बसु नाम के शख्स की ओर से पूछे गए सवाल पर उठा विवाद बढ़ता दिख रहा है. पीके बसु ने जी न्यूज से बातचीत में कहा कि वह कांग्रेस के खिलाफ कोर्ट में केस करेंगे. आरोप है कि कांग्रेस ने उनके सवाल के बाद राहुल गांधी की ओर से दिये गये जवाब से छेड़छाड की है. पीके बसु ने ट्वीट को लेकर कांग्रेस को कोर्ट में घसीटने और लीगल एक्शन लेने की धमकी भी दी है.
वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई : बसु
पीके बसु का कहना है कि वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है. दो तरह के वीडियो रिलीज हुए. एक जिसे कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया है और दूसरा जिसे पीके बसु को टैग करते हुए वीडियो से हुई छेड़छाड़ को दिखाने के लिए रिलीज किया गया है. हालांकि कुछ मीडिया समूह ने इस पूरी बातचीत का लंबा वीडियो भी शेयर किया है, जो उस पूरी बातचीत की असलियत को साफ कर देता है.
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जानें क्या था वह सवाल जिसपर उठा है विवाद
वीडियो में लेखक (एशिया रिबॉर्न) पीके बसु कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से सवाल पूछते दिख रहे हैं, ऐसा क्यों है कि देश में जबतक नेहरु-गांधी परिवार का राज रहा, तब तक देश का विकास नहीं हुआ? एक वक्त था जब भारत का पर कैपिटल इनकम (प्रति व्यक्ति आय) अफ्रीकी देशों से भी कम था. तो राहुल गांधी का इस पर क्या कहना है कि उनके परिवार के राज के दौरान भारत विकास से अछूता रहा? पीके बसु सवाल पूछ ही रहे होते हैं कि राहुल गांधी उन्हें टोकते हुए कहते हैं, उनकी हाइपोथिसिस क्या है? क्योंकि आप अपनी बात में एक परिवार को हद से ज्यादा शक्तिशाली बता रहे हैं. इस पर बसु का जवाब था कि उनकी हाइपोथिसिस उनकी किताब में है. इसके बाद बसु ने अपने सवाल को थोड़ा और विस्तार में पूछा.
इसके जवाब में राहुल गांधी कहते हैं कि 'क्या आप सहमत हैं कि भारत आज सफल है?' बसु ने जवाब दिया कि हां, जब से कांग्रेस ने प्रधानमंत्री का पद छोड़ा है, तबसे भारत सफल है, इस पर राहुल ने कहा कि 'तो मतलब आपका कहना है कि 2004 से आज तक भारतीय राजनीति में मेरा कोई रोल नहीं रहा? या तो मेरा रोल रहा है या नहीं रहा है. आप मुझे दोनों विकल्प नहीं दे सकते.' इस पर बसु ने कहा कि राहुल को उनके सवाल का जवाब देना चाहिए. राहुल ने कहा कि उन्होंने इसका जवाब दे दिया है.