Reliance power : रिलायंस पावर बन गई एकल आधार पर ऋण-मुक्त कंपनी नयी दिल्ली, 10 जून (भाषा) रिलायंस पावर ने ऋणदाताओं का सारा बकाया कर्ज चुका दिया है और अब वह एकल आधार पर कर्ज-मुक्त कंपनी बन गई है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक, कंपनी पर करीब 800 करोड़ रुपये का बकाया कर्ज था जिसे बैंकों को चुका दिया गया है।


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किन-किन बैंकों का था लोन 


रिलायंस पावर ने दिसंबर 2023 से मार्च 2024 के बीच आईडीबीआई बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और डीबीएस सहित विभिन्न बैंकों के साथ कई ऋण निपटान समझौतों पर हस्ताक्षर किए। सूत्रों ने बताया कि कंपनी ने अब इन बैंकों का पूरा कर्ज चुका दिया है। दिसंबर 2023 में रिलायंस पावर ने अरुणाचल प्रदेश में प्रस्तावित 1,200 मेगावाट की जलविद्युत परियोजना के विकास अधिकार टीएचडीसी को 128 करोड़ रुपये में बेचे। मार्च 2024 में कंपनी ने महाराष्ट्र के वाशपेट में अपनी 45 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना को 132 करोड़ रुपये में जेएसडब्ल्यू रिन्यूएबल एनर्जी को बेच दिया।


इन परियोजनाओं की बिक्री से मिली राशि का उपयोग कंपनी ने अपना कर्ज चुकाने में किया है। रिलायंस पावर के पास 38 लाख से अधिक खुदरा निवेशकों की भागीदारी के साथ 4,016 करोड़ रुपये का शेयर आधार है। रिलायंस पावर की परिचालन क्षमता 5900 मेगावाट है, जिसमें 3960 मेगावाट का सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट (यूएमपीपी) और उत्तर प्रदेश में 1200 मेगावाट का रोजा ताप-विद्युत संयंत्र शामिल है।