Road Safety Tips: सड़कों पर आजकल काफी व्हीकल देखने को मिल जाते हैं. वहीं थोड़ी-सी दूरी पर जाने के लिए भी लोगों के पास पर्सनल व्हीकल मौजूद है और उसी से ट्रैवल करना पसंद करते हैं. हालांकि वाहनों की संख्या जितनी ज्यादा बढ़ी है, उसके साथ ही दुर्घटनाओं की संख्या में भी इजाफा देखने को मिला है.


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सरकार उठा रही कदम
हालांकि दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सरकार की ओर से कई कदम भी उठाए जा रहे हैं. केंद्रीय मंत्री वी के सिंह ने कहा कि सरकार देश में सड़क हादसों की संख्या में कमी लाने के लिए कई कदम उठा रही है. साथ ही सरकार आपातकालीन देखभाल प्रदान करने के लिए एक्सप्रेसवे के साथ बनने वाले सुविधा केंद्रों पर हेलीपैड बनाने पर भी काम कर रही है.


ट्रॉमा सेंटर
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री सिंह ने कहा कि सरकार ने राजमार्गों पर प्रत्येक टोल प्लाजा पर एम्बुलेंस उपलब्ध कराया है, लेकिन इस क्षेत्र में अभी और अधिक सुविधाओं की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हम एक्सप्रेसवे के साथ आने वाले सुविधा केंद्रों में हेलीपैड बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके अलावा अस्पताल इन स्थानों पर ट्रॉमा सेंटर भी स्थापित कर सकते हैं.


जागरूकता नहीं बढ़ी
मंत्री ने कहा, "पूरे विश्व की 11 प्रतिशत दुर्घटनाएं भारत में होती हैं और हमें सड़क दुर्घटनाओं की संख्या को मौजूदा पांच लाख से प्रति वर्ष दो लाख तक लाने के लिए काम करने की आवश्यकता है." उन्होंने कहा कि अगर सभी पक्ष मिलकर काम करें तो इसे कम किया जा सकता है. अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं दूसरों की गलती के कारण होती हैं और तमाम कोशिशों के बावजूद सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता नहीं बढ़ी है.


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