SBI MCLR: लोग मनाते रहे आजादी का जश्न और दूसरी तरफ SBI ने कर दिया खेला, आपको भी लगा फटका?
SBI Interest Rates: लोग गुरुवार को 78वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहे थे और एसबीआई की तरफ से एमसीएलआर में इजाफा कर दिया. आरबीआई की तरफ से रेपो रेट को पुराने वाले स्तर पर ही बरकरार रखने के बाद बैंक अपनी ब्याज दर में इजाफा कर रहे हैं.
SBI MCLR: अगर आपने भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से लोन ले रखा है या लोन लेने का प्लान है तो यह खबर आपके काम की है. जी हां, देश के सबसे बड़े पब्लिक सेक्टर के बैंक एसबीआई (SBI) ने अपने करोड़ों ग्राहकों को आजादी के जश्न के बीच झटका दिया है. बैंक ने लगातार तीसरे महीने सभी तरह के लोन पर ब्याज दर में 10 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी का ऐलान किया है. इस ऐलान के बाद बैंक के होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन सभी तरह के लोन महंगे हो जाएंगे. बैंक की तरफ से इस बदलाव को आज से ही लागू कर दिया गया है. इसका असर आने वाले समय में बैंक के लोन की ब्याज दर पर पड़ने की उम्मीद है.
ओवरनाइट एमसीएलआर 8.20% पर पहुंचा
एसबीआई (SBI) की तीन साल की अवधि के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) बढ़कर 9.10% हो गई है. यह पहले 9% थी. ओवरनाइट एमसीएलआर (MCLR) अब 8.20% है जो कि पहले 8.10% थी. बैंक ने जून 2024 से अलग-अलग अवधि में अपनी एमसीएलआर में पहले ही 30 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी कर दी थी. आपको बता दें एमसीएलआर (MCLR) वह सबसे कम ब्याज दर है, जिस पर कोई भी बैंक पैसे उधार देता है.
कोई भी इससे कम पर उधार नहीं दे सकता पैसा
कोई भी बैंक एमसीएलआर से कम ब्याज दर पर पैसे उधार नहीं दे सकता. अगर इससे कम पर उधार देना हो तो इसके लिए आरबीआई (RBI) से इजाजत लेनी होती है. पहले बैंकों की तरफ से लोन देने के लिए बेस रेट के लिए एक दर का यूज करते थे. लेकिन 2016 में आरबीआई ने नया तरीका शुरू किया, जिसे एमसीएलआर कहा जाता है. अब बैंक लोन की दर तय करने के लिए इसी नए तरीके का यूज किया जाता है.
केनरा बैंक ने 12 अगस्त से लागू किया
एसबीआई की तरफ से एमसीएलआर बढ़ाए जाने से पहले दूसरे सरकारी बैंकों जैसे बैंक ऑफ बड़ौदा, कैनरा बैंक और यूको बैंक ने भी एमसीएलआर में इजाफा किया था. इसका असर यह हुआ कि ग्राहकों का लोन लेना महंगा हो गया. बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) और केनरा बैंक की नई एमसीएलआर 12 अगस्त 2024 से लागू हुई. वहीं यूको बैंक की नई एमसीएलआर 10 अगस्त, 2024 से लागू हुई.
बैंक लगातार क्यों बढ़ा रहे MCLR?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक नीति समिति (MPC) में 8 अगस्त 2024 को रेपो रेट को 6.5% पर ही बरकरार रखने का फैसला किया है. यह लगातार नौंवा मौका है जब रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया. स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी (SDF) दर 6.25% पर बनी हुई है. इसके अलावा मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) दर और बैंक दर 6.75% रहेगी.