Share Market Update: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प‍िछले द‍िनों लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर भव‍िष्‍यवाणी की थी क‍ि 4 जून को शेयर बाजार नया र‍िकॉर्ड बनाएगा. उनका यह अनुमान 3 जून को ही पूरा हो गया और सेंसेक्‍स चढ़कर 76,469 अंक पर बंद हुआ. 38 साल पहले 100 अंक से शुरू हुए सेंसेक्‍स की कहानी अब तक सबसे हाई लेवल पर है. उस समय यह भले ही सपने जैसा था लेक‍िन आज हकीकत हो गई है. मोदी सरकार के प‍िछले 10 साल के कार्यकाल में सेंसेक्‍स ने 25000 से लेकर यहां तक का सफर तय क‍िया है. यानी इन 10 साल में यह तीन गुना हो गया है और 50,000 अंक से भी ज्‍यादा चढ़ गया.


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सत्‍ता की चाबी एक बार फ‍िर से एनडीए के हाथ


शेयर बाजार की प‍िछले 10 साल की चाल को देखने से तो यही लगता है क‍ि बाजार का भरोसा मोदी सरकार पर है. इसकी तस्‍दीक खुद आंकड़े कर रहे हैं. एग्‍ज‍िट पोल में दावा क‍िया जा रहा है क‍ि देश की जनता ने सत्‍ता की चाबी एक बार फ‍िर से एनडीए को सौंपने का मन बना ल‍िया है. अलग-अलग एग्‍ज‍िट पोल के अनुसार एनडीए की 350 से ज्‍यादा सीट पर जीत पक्‍की मानी जा रही है. ऐसे में मोदी 3.0 में कौन से शेयर में पैसा लगाना आपके ल‍िए फायदेमंद रहेगा? सेंसेक्स लगातार बढ़ती रफ्तार से देश की इकोनॉमी को मजबूती म‍िल रही है.


इस बार चढ़कर कहां पहुंचेगा सेंसेक्‍स
चुनाव और शेयर बाजार का संबंध क‍िसी से छ‍िपा नहीं है. चुनाव परिणाम वाले द‍िन बाजार में उथल-पुथल रहती है. नई सरकार की नीतियों का असर अगले कुछ महीने बाजार में दिखाई देता है. साल 2014 में चुनाव नतीजों के बाद शेयर मार्केट में तेजी देखी गई. 2019 में भी बाजार ने हरे न‍िशान के साथ कारोबार क‍िया था. आनंद राठी शेयर्स और ब्रोकर्स की यूएई बिजनेस एंड स्ट्रेटेजी हेड तनवी कंचन कहती हैं मौजूदा सरकार यद‍ि मजबूती के साथ वापसी करती है तो भारत में राजनीतिक स्थिरता जारी रहेगी. मजबूत सरकार बिजनेस करने में सरलता लागू करना, इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर और किसी सेक्टर के लिए विशेष नीति आसानी से ला पाएगी. इससे निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा और बाजार को बूस्ट मिलेगा.


सीएलएसए ने 54 कंपनियों की पहचान की
यदि एग्‍ज‍िट पोल सही साब‍ित हुए तो 'मोदी स्टॉक' के रूप में कैटेगराइज शेयरों में तेजी आ सकती है. इसको लेकर कई जानकार पहले भी दावा कर चुके हैं. मोदी स्टॉक उन कंपनियों या सेक्‍टर के शेयर हैं ज‍िन्‍हें प्रधानमंत्री मोदी की सरकारी नीतियों और पहल से सीधे तौर पर फायदा हुआ है. सरकार की नीत‍ियां लागू होने के बाद न‍िवेशक इन कंपन‍ियों या सेक्‍टर में इनवेस्‍टमेंट के ल‍िए आकर्ष‍ित हुए हैं. ग्‍लोबल ब्रोकरेज सीएलएसए ने पीएम मोदी की नीतियों के प्रत्यक्ष लाभार्थी के रूप में मानी जाने वाली 54 कंपनियों की पहचान की है. इनमें से आधी पीएसयू हैं.


> ड‍िफेंस एंड मैन्‍युफैक्‍चर‍िंग: एचएएल (HAL), हिंदुस्तान कॉपर, नाल्को, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, कमिंस इंडिया, सीमेंस, एबीबी इंडिया, सेल, बीएचईएल, भारत फोर्ज


> इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर एंड ट्रांसपोर्ट : इंडस टावर्स, जीएमआर एयरपोर्ट, आईआरसीटीसी, कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया


> पावर एंड एनर्जी: एनटीपीसी, एनएचपीसी, पीएफसी, आरईसी, टाटा पावर, एचपीसीएल, गेल, जेएसपीएल, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन


> बैंक‍िंग एंड फाइनेंस: एसबीआई, पीएनबी, केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा


> टेलीकॉम: भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया, इंडस टावर्स


> अन्‍य कंपन‍ियां: अडानी पोर्ट्स, अंबुजा सीमेंट्स, एसीसी, इंडियन होटल्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एलएंडटी, अल्ट्राटेक सीमेंट, श्री सीमेंट, द इंडिया सीमेंट्स, डालमिया भारत, द रैमको सीमेंट्स


ऊपर बताए गए सभी शेयर में एलएंडटी, एनटीपीसी, एनएचपीसी, पीएफसी, ओएनजीसी, आईजीएल, एमजीएल, भारती एयरटेल, इंडस टावर्स और रिलायंस सीएलएसए एनाल‍िस्‍ट के पसंदीदा शेयर हैं. दूसरी तरफ यस सिक्योरिटीज के एग्‍जीक्‍यूट‍िव डायरेक्‍टर अमर अंबानी ने 18वीं लोकसभा के नतीजों से पहले एनटीपीसी, टेक्समैको रेल एंड इंजीनियरिंग (टेक्सरेल), एसबीआई, जीएमआर एयरपोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर और भारती एयरटेल के शेयर पर दांव लगाने की सलाह दी है. उनका कहना है ये शेयर 26% तक का रिटर्न दे सकते हैं.


(ड‍िस्‍क्‍लेमर: जी न्‍यूज क‍िसी भी प्रकार के न‍िवेश की सलाह नहीं देता. क‍िसी भी तरह का इनवेस्‍टमेंट से पहले एक्‍सपर्ट की सलाह अवश्‍य लें.)