Swiggy Listing made Crorepati: ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने बाजार में दस्तक दे दी है. आज शेयर बाजार में स्विगी की लिस्टिंग हो गई है. शेयर बाजार में आने के साथ ही स्विगी ने अपने 500 कर्मचारियों को करोड़पति बना दिया. सबसे ज्यादा फायदा कंपनी के को-फाउंडर और ग्रुप सीईओ श्रीहर्ष मजेटी को होगा. आप सोच रहे होंगे कि ऐसा हुआ कैसे है? आइए समझते हैं कि इस करोड़पति के खेल के पीछे सीन क्या है ?   


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स्विगी ने बनाया करोड़पति  


स्विगी ने आज शेयर बाजार में दस्तक दे दी. 10 फीसदी के अधिक के प्रीमियम पर शेयर की लिस्टिंग हुई है. बीएसई पर 10 फीसदी से अधिक के प्रीमियम पर ये लिस्ट हुआ. इस लिस्टिंग के साथ ही उसके 500 स्टाफ करोड़पति बन गए.  स्विगी ने अपने 5000 कर्मचारियों को एम्प्लॉई शेयर ओनरशिप प्रोग्राम यानी E-SOP के तहत कंपनी के शेयर्स बांटे थे. इन कर्मचारियों को कंपनी का शेयर आईपीओ के हाई प्राइस यानी 390 रुपये के भाव पर मिला था, जबकि इसकी लिस्टिंग प्रीमियम पर हुई.  कंपनी ने अपने कर्मचारियों को कुल 9000 करोड़ के मूल्य के शेयर जारी किए थे, लिस्टिंग के साथ ही कर्मचारियों को मिले शेयर्स की वैल्यू बढ़ गई.  कंपनी के बाजार में सूचीबद्ध होने तथा शेयर मूल्य बढ़ने से कर्मचारियों को लाभ होगा.  इसके साथ ही कंपनी का मार्केट कैप भी बढ़कर 1.02 लाख करोड़ गया है. 


कंपनी को मुनाफा  


बीएसई में शेयर निर्गम मूल्य के मुकाबले 5.64 प्रतिशत की बढ़त के साथ 412 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ. बाद में यह 7.67 प्रतिशत बढ़कर 419.95 रुपये पर पहुंच गया. शुरुआती कारोबार के दौरान कंपनी का बाजार मूल्यांकन 89,549.08 करोड़ रुपये रहा. स्विगी के 11,327 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम को 3.59 गुना अभिदान मिला था. कंपनी का आईपीओ शुक्रवार को बंद हुआ था. कंपनी के आईपीओ में 4,499 करोड़ रुपये मूल्य के नये शेयर तथा बिक्री पेशकश के अंतर्गत 6,828 करोड़ रुपये के शेयर रखे गये थे. स्विगी की विवरण पुस्तिका के अनुसार, वह नये निर्गम से प्राप्त आय का उपयोग प्रौद्योगिकी बुनियादी ढांचे में निवेश, ब्रांड मार्केटिंग और कारोबार के प्रचार-प्रसार, कर्ज भुगतान और अधिग्रहण समेत अन्य कंपनी कामकाज में करेगी.