Tomato Prices: महंगे टमाटर-प्याज से मिलेगी राहत, कीमत में गिरावट के लिए तैयार हुआ यह प्लान!
Onion Price: पिछले साल टमाटर और प्याज के रेट रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचने के बाद सरकार की तरफ से सब्सिडाइज प्याज-टमाटर की बिक्री खुले बाजार में की गई थी. इस बार सरकार फिर से यह कदम उठा सकती है.
Tomato Prices Hike: जून में भीषण गर्मी और बारिश का असर यह हुआ कि टमाटर समेत दूसरी सब्जियों के रेट आसमान पर पहुंच गए. दिल्ली-एनसीआर में रिटेल में टमाटर का रेट बढ़कर 90-100 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया. इसका असर यह हुआ कि महंगाई दर बढ़कर पिछले चार महीने के हाई लेवल पर पहुंच गई. खुदरा महंगाई दर के एक बार फिर से 5 प्रतिशत के पार जाने से आरबीआई (RBI) की चिंता बढ़ गई. लेकिन अब टमाटर की कीमत में राहत मिलने के आसान हैं.
टमाटर के दाम में नरमी आने की उम्मीद
एक सरकारी अधिकारी ने शनिवार को कहा कि दक्षिणी राज्यों से आपूर्ति बढ़ने से आने वाले हफ्तों में टमाटर के दाम में नरमी आने की उम्मीद है. अधिकारी ने कहा कि सप्लाई रुकावट के कारण बढ़ीं टमाटर और प्याज की कीमत के जल्द स्थिर होने की उम्मीद है. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, 'दिल्ली और कुछ दूसरे शहरों में टमाटर, आलू और प्याज की कीमत बहुत ज्यादा हैं. भीषण गर्मी और उसके बाद भारी बारिश के कारण सप्लाई बाधित हुई, जिससे खुदरा कीमत में उछाल आया.'
टमाटर की कीमत 75 रुपये प्रति किलो तक पहुंची!
उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में टमाटर की कीमत 75 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. लेकिन अगर भारी बारिश से सप्लाई (बाधित नहीं होती है तो इसमें कमी आ सकती है. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 12 जुलाई को दिल्ली में टमाटर का रिटेल रेट 75 रुपये प्रति किलो था, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में मूल्य 150 रुपये प्रति किलो था. टमाटर का अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य 12 जुलाई को 65.21 रुपये प्रति किलोग्राम रहा, जबकि पिछले साल यह 53.36 रुपये प्रति किलोग्राम था.
अभी दिल्ली को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से टमाटर की सप्लाई की जा रही है. अधिकारी ने कहा, 'आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से हाइब्रिड टमाटर राजधानी में पहुंचने के साथ ही कीमतों में नरमी आने लगेगी.' सरकार सब्सिडी वाले टमाटर की बिक्री को फिर से शुरू करने की योजना नहीं बना रही है. यह उपाय पिछले साल तब लागू किया गया था जब कीमत 110 रुपये प्रति किलो से ज्यादा हो गई थी. अधिकारी ने भरोसा जताया कि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से आपूर्ति में सुधार होने पर एक से दो सप्ताह के अंदर कीमतें सामान्य हो जाएंगी. (इनपुट भाषा से भी)