नई दिल्ली: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के मंडियों में प्याज के दाम तकरीबन दaगुने हो गए हैं. हैरानी की बात ये कि आवक कम नहीं होने के बावजूद दाम 10 से 15 रुपए किलो से बढ़कर 25 से 30 रुपए किलो हो  गए हैं. वहीं टमाटर भी हाफ सेंचुरी लगा रहा है. तकरीबन सब्जियों की कीमत में 20 फीसदी बढ़ोतरी हुई है. कहीं ना कहीं इन सब का कारण मौसम की मार के चलते किसानों के खेतों में सब्जियों का उत्पादन घट गया है. इसका असर मुंबई, पुणे, नासिक और पड़ोसी राज्यों पर आने वाले दिनों में पड़ सकता हैं. 


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मई का महिना है तो गर्मी के साथ ही साथ सब्जियों ने भी अपना पारा चाढ़ा लिया जिससे आम आदमी को मजबूरी में ठंड़ा पड़ गया है. इसका सीधा असर मध्यम और गरीब परिवारों पर पड़ रहा है. दाम बढ़ जाने के कारण लोग अपने रोज के खाने में हरी सब्जियां कम खा रहे हैं, क्योंकि सब्जियों की बड़ी कीमत उनके थाली पर असर डाल रही है. बढ़ी कीमतों की वजह से लोगों के घर का बजट और दुकानदारों के धंधे पर काफी असर पड़ा है.



कुछ दिनों पहले 20 में एक किलो मिलने वाला टमाटर इन दिनों 40 से 50 रूपए किलो मिल रहा है. टमाटर के साथ खाने  की सामग्री में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली प्याज की कीमत इन दिनों  ₹20  किलो हो गई है जो कुछ दिनो पहले तक 10  रुपए किलो तक मिल जाता था. इन सब तक काम चल जा रहा था लेकिन हरी मिर्च ने लोगों को मिर्ची लगा कर उनकी आंखों से आंसू निकाल दिए हैं. इसके साथ ही अगर आपको बड़ी वाली मिर्च जो कि अक्सर अचार बनाने के काम आती है उसे खरीदने है तो ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे. सब्जी के दुकानदारों का कहना है कि इन दिनों सब्जी की मांग ज्यादा है, वहीं सब्जियों के दाम बढ़ जाने के कारण ग्राहकों की कमी देखी जा रही है. 



नवी मुंबई के वासी मार्केट में भी सब्जियों के कुछ ऐसे ही दाम हैं. टमाटर जो 10 से  ₹12 किलो मिलते थे वह अब ₹ ₹32 हो गए हैं. प्याज 15 से 20 रुपए हो गए हैं. सब्जी ला रहे किसानो का कहना है कि पहले तो गर्मी और दूसरे महाराष्ट्र के कई इलाको में सूखा होने के कारण भी सब्जियों के पैदावार में कहीं ना कहीं कमी आई है. हालांकिं ऐसा माना जा रहा है कि अब बस कुछ ही हफ्तों में बरसात का मौसम आने वाला है और जल्द ही यह समस्या भी हल हो जाएगा.