नई दिल्‍ली : वीडियोकॉन लोन विवाद में आईसीआईसीआई बैंक की मुखिया चंदा कोचर पर बाजार नियामक सेबी ने शिकंजा कस दिया है. सेबी ने बैंक की सीईओ और एमडी चंदा कोचर को नोटिस जारी कर पूछा है कि वीडियोकॉन समूह और न्‍यूपॉवर के साथ बैंक के क्‍या रिश्‍ते हैं. आईसीआईसीआई बैंक ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि सेबी ने नोटिस का उपयुक्‍त जवाब मांगा है. सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है जिसमें 2012 में 3250 करोड़ रुपए का लोन आईसीआईसीआई बैंक द्वारा वीडियोकॉन को दिया गया. मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि लोन दिए जाने में कोचर के पति दीपक की भूमिका थी. 


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धूत ने किया था कोचर के पति की कंपनी में निवेश
एक मीडिया रिपोर्ट में दावा है कि वीडियोकॉन चेयरमैन वेणुगोपाल धूत ने दीपक कोचर की न्‍यू पॉवर रेन्‍यूवेबल में 64 करोड़ रुपए का निवेश किया था. इससे पहले आईसीआईसीआई बैंक के नेतृत्‍व वाले कंसोर्टियम ने वीडियोकॉन को लोन दिया था. हालांकि आईसीआईसीआई बैंक ने लोन देने में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से इनकार किया है. उसका कहना है कि वह उस कंसोर्टियम का हिस्‍सा था जिसने वीडियोकॉन को लोन दिया.


24 मई को सेबी ने जारी किया नोटिस
टाइम्‍स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक बैंक ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि कोचर को नोटिस 24 मई को दिया गया है. इसमें सेबी के नियमों के उल्‍लंघन की बात है. सेबी ने लोन से संबंधित कई और जानकारियां मांगी हैं. साथ ही न्‍यूपॉवर और वीडियोकॉन समूह से संबंधित लेन-देन के बारे में भी पूछा है. बीते माह आईसीआईसीआई बैंक के चेयरमैन एमके शर्मा ने कहा था कि बोर्ड को चंदा कोचर पर पूरा भरोसा है. उन्‍होंने वीडियोकॉन लोन विवाद में कोचर की भूमिका होने से इनकार किया था. आईसीआईसीआई बैंक ने भी कहा था कि उसने न्‍यूपॉवर रेन्‍युवेबल्‍स को कोई लोन नहीं बांटा.