Concession on train fares: रेल के किराये में दी जाने वाली छूट का इंतजार कर रहे सीनियर सिटीजन्स और स्पोर्ट्स पर्सन को एक बार फिर निराशा हाथ लगी है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में कहा है कि रेलवे फिलहाल सीनियर सिटीजन्स और स्पोर्ट्स पर्सन को दी जाने वाली रियायत को फिर से शुरू नहीं करने जा रहा है.


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संसद के बजट सत्र में शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और डीएके सांसद कनिमोझी ने सरकार से पूछा था कि रेलवे में सीनियर सिटीजन्स और स्पोर्ट्स पर्सन को फिर कब से किराये में छूट मिलेगी.


शिवसेना और डीएमके के सांसद ने पूछा सवाल


दोनों सांसदों ने रेल मंत्री से पूछा था कि क्या सीनियर सिटीजन्स और स्पोर्ट्स पर्सन के लिए रेलवे टिकटों पर रियायत अभी भी लागू है जैसा कि मार्च 2020 से पहले लागू था?यदि हां, तो यह कब से लागू है इसका ब्यौरा क्या है? यदि नहीं, तो क्या सरकार रियायत फिर से शुरू करने की योजना बना रही है?


इसके अलावा उन्होंने यह भी पूछा कि यदि सरकार रियायत फिर से शुरू करने की योजना बना रही है तो इस संबंध में अंतिम निर्णय कब तक लिए जाने की संभावना है. और यदि सरकार की ऐसी योजना नहीं है तो इसके क्या कारण हैं?


रेल मंत्री ने क्या कहा?


इसका जवाब देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "भारतीय रेलवे समाज के सभी वर्गों को सस्ती सेवाएं प्रदान करने का प्रयास करता है और 2022-23 में यात्री टिकटों पर 56,993 करोड़ की सब्सिडी दी. रेलवे यात्रा करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को औसतन 46% की रियायत देता है. इसके अलावा इस सब्सिडी राशि से परे कई श्रेणियों को रियायतें दी जा रही हैं. जैसे-विकलांग व्यक्तियों (दिव्यांगजनों) की 4 श्रेणियों, रोगियों की 11 श्रेणियों और छात्रों की 8 श्रेणियों को. 


रेल मंत्री के इस जवाब से स्पष्ट है कि सरकार सीनियर सिटीजन्स और स्पोर्ट्स पर्सन को ट्रेन टिकट में छूट देने के मूड में नहीं है.