RBI Repo Rate: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने महंगाई दर में नरमी के बीच कहा कि नीत‍िन‍िर्माताओं को दृढ़ रहना चाह‍िए. उन्‍होंने संकेत द‍िया क‍ि वह पॉल‍िसी में बदलाव को लेकर बहुत जल्‍दी के पक्ष में नहीं हैं. उन्‍होंने कहा देश का ग्रोथ आउटलुक देश के वृहद आर्थिक बुनियाद की मजबूती को बताता है. उन्होंने कहा कि इसमें निजी उपभोग और निवेश जैसे तत्व अहम भूमिका निभा रहे हैं. उन्‍होंने ब्रेटन वुड्स कमेटी, सिंगापुर की तरफ से आयोजित ‘फ्यूचर ऑफ फाइनेंस फोरम 2024’ में कहा क‍ि देश की इकोनॉम‍िक ग्रोथ को मैक्रोइकोनॉम‍िक्‍स और फाइनेंश‍ियल स्‍टेब‍िल‍िटी के माहौल का समर्थन है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जीडीपी 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान


दास ने कहा कि इंड‍ियन इकोनॉमी कोविड-19 महामारी के कारण आए संकट से उबर गई. साल 2021-24 के दौरान औसत जीडीपी की ग्रोथ रेट 8 प्रतिशत से ज्‍यादा रही. वित्त वर्ष 2024-25 के लिए आरबीआई ने वास्तविक जीडीपी यानी बेस मूल्य पर वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है. उन्होंने कहा, 'यह वृद्धि दृष्टिकोण भारत के वृहद आर्थिक बुनियाद की ताकत को दिखाता है. इसमें घरेलू तत्व - निजी खपत और निवेश-प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं.'


TCS के 40000 कर्मचार‍ियों के सामने नई मुसीबत, इनकम टैक्‍स ने नोट‍िस भेजकर मांगा TDS; अब क्‍या होगा?


अगस्त में 4 प्रतिशत से नीचे रही महंगाई दर
दास ने महंगाई के बारे में कहा कि यह अप्रैल, 2022 के 7.8 प्रतिशत से घटकर दो से छह प्रतिशत के दायरे में आ गई है. लेकिन 'हमें अभी एक दूरी तय करनी है और हम दूसरी तरफ देखने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं.' गवर्नर ने कहा कि रिजर्व बैंक के अनुमानों से संकेत मिलता है कि महंगाई दर घटकर 2024-25 में 4.5 प्रतिशत और 2025-26 में 4.1 प्रतिशत हो सकती है. यह 2023-24 में 5.4 प्रतिशत थी. सीपीआई (CPI) बेस्‍ड र‍िटेल महंगाई दर लगातार दूसरे महीने अगस्त में रिजर्व बैंक के 4 प्रतिशत के लक्ष्य से नीचे 3.65 प्रतिशत पर रही. जुलाई में यह पांच साल के निचले स्तर 3.6 प्रतिशत पर थी.’


कंपनियों के प्रदर्शन में सुधार हुआ
उन्होंने कहा, 'राजकोषीय मजबूती जारी है और मध्यम अवधि में सार्वजनिक लोन का स्तर घट रहा है. कंपनियों के प्रदर्शन में सुधार हुआ है, जिससे उनके लोन में कमी आई है और फायदे के कारण मजबूत वृद्धि संभव हुई है.' गवर्नर ने कहा कि आरबीआई द्वारा रेग्‍युलेट बैंकों और एनबीएफसी का लेजर भी मजबूत हुआ है. उन्होंने कहा,'हमारी टेस्‍ट‍िंग से पता चलता है कि ये फाइनेंश‍ियल यून‍िट गंभीर तनाव परिदृश्यों में भी नियामकीय पूंजी और नकदी आवश्यकताओं को बनाए रखने में सक्षम होंगी.'


30 रुपये क‍िराया, साढ़े 5 घंटे का सफर, टाइम‍िंग और कब शुरू होगी पहली वंदे भारत मेट्रो


18 महीने से रेपो रेट में क‍िसी तरह का बदलाव नहीं
शक्तिकांत दास ने कहा कि भारत समेत उभरते बाजार मूल्य वृद्धि में नरमी का फायदा उठा सकते हैं. फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्‍याज दर में राहत द‍िये जाने की उम्‍मीद है. उनकी तरफ से यह टिप्पणी तब आई है जब आरबीआई ने 18 महीने से भी ज्‍यादा समय से रेपो रेट में क‍िसी तरह का बदलाव नहीं क‍िया है. शक्तिकांत दास ने किसी भी कटौती के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि अस्थिर खाद्य लागत महंगाई के ल‍िए खतरा बनी हुई है. जानकारों को उम्मीद नहीं है कि आरबीआई साल की अंतिम तिमाही तक रेपो रेट को कम कर देगा. अनुमान जताया जा रहा है क‍ि यूएस फेड रिजर्व की तरफ से बदलाव के बाद ही आरबीआई अपने कदम आगे बढ़ाएगा.