Byju Crisis: दो साल पहले तक जिस कंपनी की वैल्यूएशन 22 अरब डॉलर डॉलर थी, आज वो घटकर 25 करोड़ डॉलर की रह गई है. आर्थिक संकट से जूझ रही एडटेक कंपनी बायजू (Byju) मुश्किल में फंसती जा रही है. एक तरफ कंपनी पर कर्ज बढ़ता जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर अब कंपनी के बड़े निवेशक कंपनी के फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन को ही बोर्ड से बाहर करने की तैयारी कर रहे हैं. जिस शख्स ने देश की सबसे वैल्यूएबल स्टार्टअप एडटेक कंपनी बायजू को खड़ा किया, अब निवेशक उसे ही बोर्ड से बाहर करना चाहते हैं.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कंपनी से बाहर होंगे बायजू रवींद्रन?  


कंपनी के बड़े निवेशकों ने बायजू की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड को नोटिस जारी कर ईजीएम बुलाने की मांग की है और कहा है कि कंपनी के बोर्ड को नए सिरे से गठित किया जाए. कंपनी के करीब छह निवेशकों ने मांग है कि बायजू रवींद्रन से वोटिंग राइट्स वापस लिए जाएं. अगर इस ईजीएम में बायजू रवींद्रन को बाहर करने का प्रस्ताव पास हो जाता है तो कंपनी की कमान किसी और के हाथों में जा सकती है.  


कंपनी की कमान बदलने की तैयारी


आपको बता दें कि अभी बायजू के बोर्ड में बायजू रवींद्रन, उनकी भाई रीजू रवींद्रन और पत्नी दिव्या गोकुलनाथ शामिल हैं. कंपनी की वित्तीय हालात बीते कुछ वर्षों से बेहद खराब है. कंपनी भारी कर्ज में है. बायजू की वित्तीय हालात को लेकर बड़े निवेशकों में चिंता है. कंपनी की हालत देखते हुए बायजू के निवेशकों में जनरल अटलांटिक, पीक-15 पार्टनर्स, सोफिना, चैन जुकरबर्ग इनिशिएटिव, आउल और सैंड्स शामिल हैं. बायजू में इनकी करीब 30 प्रतिशत हिस्सेदारी है. निवेशकों का कहना है कि उन्होंने बीते साल भी जुलाई और दिसंबर में बोर्ड की मीटिंग बुलाने का अनुरोध किया था, लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया. अब निवेशकों का कहना है कि वो कंपनी की मौजूदा हालत को देखते हुए उसके भविष्य को लेकर काफी चिंतित हैं, इसलिए कंपनी के मौजूदा लीडरशिप में बदलाव चाहते हैं. उनका आरोप है कि कंपनी की मौजूदा लीडरशिप कंपनी को संभालने में नाकाम रहा है. कंपनी की वित्तीय हालात लगातार बिगड़ती जा रही है. 


अमेरिका से आई बैड न्यूज  


बायजू को चारों ओर से हुरी खबरें ही मिल रही है. अमेरिका में बायजू की एक यूनिट ने बैंकरप्सी प्रॉसीडिंग्स के लिए आवेदन किया है. एडुटेक कंपनी बायजू की अमेरिकी यूनिट ने अमेरिका के Delaware कोर्ट में दिवालिया प्रक्रिया के लिए आवेदन दिया है. बायजू की  अल्फा यूनिट की एसेट्स 50 करोड़ से एक अरब डॉलर के बीच है. 


घर गिरवी रखकर दी सैलरी  


बायजू भारी आर्थिक संकट में है. कंपनी को बचाने के लिए लगातार कोशिशें हो रही है. बायजू के कर्मचारियों की सैलरी पर भी संकट मंडरा रहा है. ऐसे में कंपनी के फाउंडर रवींद्रन को बेंगलुरु स्थित दो घर और एक निर्माणाधीन विला को गिरवी रखकर कंपनी को बचाने की कोशिश की है.  आपतो बता दें कि FY22 में बायजू की पेरेंट कंपनी को 8245 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. कंपनी ने FY23 में  रिजल्ट जारी नहीं किए. कंपनी की वैल्यूएशन 22 अरब डॉलर से गिरकर 25 करोड़ डॉलर रह गई है.