दुनिया की इकलौती ट्रेन, जो सुरंग में घुसते ही हो गई थी गायब, 104 यात्री थे सवार...आज तक नहीं सुलझी मिस्ट्री
ट्रेन का सफर यूं तो सुहाना और आरामदायक होता है, लेकिन दुनिया में कुछ ऐसे भी ट्रेनों का सफर है, जो रहस्य बनकर रह गया. ऐसा रहस्य जिसे आज तक नहीं सुलझाया नहीं जा सका है. सिर्फ रेलवे नहीं बल्कि दुनियाभर के लिए यह अनसुलझी पहेली बनकर रह गई है.
Most mysterious train Journey: ट्रेन का सफर यूं तो सुहाना और आरामदायक होता है, लेकिन दुनिया में कुछ ऐसे भी ट्रेनों का सफर है, जो रहस्य बनकर रह गया. ऐसा रहस्य जिसे आज तक नहीं सुलझाया नहीं जा सका है. सिर्फ रेलवे नहीं बल्कि दुनियाभर के लिए यह अनसुलझी पहेली बनकर रह गई है. ऐसा ही एक रेल सफर साल 1911 में शुरू हुआ. ट्रेन स्टेशन से 106 पैसेंजर्स को लेकर चली तो, लेकिन कभी मंजिल तक पहुंची नहीं. पूरी की पूरी ट्रेन गायब हो गई. किसी तो नहीं पता चल पाया कि आखिर पूरी की पूरी ट्रेन कहां चली गई? ट्रेन में सवार 104 लोगों को क्या हुआ? इस रेल हादसे को लेकर किस्से तो कई आए, लेकिन सच आज तक सामने नहीं आ सका. लोगों ने इसे भूतिया ट्रेन करार दिया.
सुरंग से गायब हो गई पूरी ट्रेन
घटना साल 1911 की है. 14 जून 1911 में रोम से जेनेटी नाम की एक ट्रेन को लेकर कंपनी ने फ्री राइड, फ्री फूड का प्रमोशनल ऑफर निकाला. कंपनी के 6 स्टाफ और 100 यात्रियों के साथ ट्रेन के सफर के लिए निकल पड़े. फ्री खाने और फ्री टिकट के ऑफर के चलते ट्रेन में सवार होने के लिए लोगों की भारी भीड़ स्टेशन पर जमा हो गई थी, लेकिन 100 लोगों के साथ सफर की शुरुआत हुई. सफर में सब ठीक चल रहा था, लेकिन जैसे ही ट्रेन एमिलिया-रोमाग्ना और लोम्बार्डी के बीच बने सुरंग में घुसी सब बदल गया.
सुरंग से कभी बाहर नहीं निकली ट्रेन
मिलिया-रोमाग्ना और लोम्बार्डी के बीच बने 1 किमी लंबे उस टनल को पहाड़ में खोदकर कर बनाया गया था, जो उस वक्त की सबसे लंबी सुरंग मानी जाती थी. ट्रेन जैसे ही उस सुरंग में घुसी उससे बाहर नहीं निकली. अगले स्टेशन पर पैसेंजर्स इंतजार करते रहे, लेकिन ट्रेन पहुंची ही नहीं. सुरंग में घुसने के बाद ट्रेन के साथ क्या हुआ, वो कहां चली गई, किसी को कुछ भी पता नहीं चला.
आज तक सच का पता नहीं
ट्रेन के गायब होने की खबर उस वक्त मीडिया में खूब चली, काफी सर्च भी किया गया. लेकिन न तो ट्रेन का पता चला और न ही ट्रेन में सवार लोगों का. इस हादसे में सिर्फ दो लोग की बच सकें, जो ट्रेन के टनल में घुसने से पहले कूद गए थे. हालांकि उनकी भी मानसिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वो बहुत कुछ बता सकें. उन्होंने बताया कि जैसे ही ट्रेन टनल में घुसी, ट्रेन में सफेद धुंआ भर गया. उसके बाद क्या हुआ किसी को कुछ नहीं पता.
मेक्सिको पहुंच गई ट्रेन?
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया है कि ट्रेन का कुछ हिस्सा जर्मनी पहुंच गया. वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि ट्रेन मेक्सिको पहुंच गई. वहीं के अस्पताल में 100 लोग भर्ती हुए, जो ठीक हालात में नहीं थे. सभी दिमागी तौर पर बीमार थे. कुछ लोगों ने दावा किया कि उन्होंने गायब ट्रेन देखी, हालांकि आज तक इसके बारे में कोई प्रमाणित जानकारी नहीं मिल सकी है. आज तक इस गायब ट्रेन की मिस्ट्री सुलझ नहीं सकी है.