Wholesale Price Index: थोक मूल्य सूचकांक (WPI) पर आधारित महंगाई दर जून के (-)4.12 प्रतिशत के मुकाबले जुलाई में (-)1.36 प्रतिशत पर रही. सोमवार को जारी आंकड़ों के आधार पर महीने-दर-महीने के बेस पर सूचकांक 1.95 फीसदी पर रहा. रॉयटर्स की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार अर्थशास्त्रियों ने अनुमान लगाया था कि जुलाई के लिए थोक मूल्य सूचकांक 2.70% गिर जाएगा. कॉमर्स म‍िन‍िस्‍ट्री की तरफ से जारी प्रेस नोट में कहा गया क‍ि जुलाई, 2023 में महंगाई दर में गिरावट खनिज तेल, बुनियादी धातुओं, रसायन और रासायनिक उत्पादों, कपड़ा और खाद्य उत्पादों की कीमतों में गिरावट आने के कारण है.


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जून की WPI रीडिंग सात साल में सबसे कम थी


WPI रेट‍िंग लगातार चार महीने से नकारात्मक स्‍तर पर बनी हुई है. जून की WPI रीडिंग 4.12 प्रतिशत सितंबर 2015 के बाद से सबसे कम थी. खाद्य सूचकांक महंगाई दर जून में 1.24 प्रतिशत घटने के बाद सालाना आधार पर बढ़कर 7.75 प्रतिशत हो गई. महीने दर महीने के आधार पर, खाद्य सूचकांक महंगाई दर जुलाई में 7.13 प्रतिशत बढ़ी. खाद्य पदार्थों में सब्जियों की महंगाई दर इस साल जुलाई में 62.12 प्रत‍िशत रही, जो जुलाई 2022 में 18.46 फीसदी थी. प्राथमिक वस्तुओं की महंगाई दर 7.57 प्रतिशत रही, जो जून में देखी गई 2.87 प्रतिशत की गिरावट से ज्‍यादा है. ईंधन और बिजली मुद्रास्फीति जून में 12.63 प्रतिशत कम होने के बाद 12.79 प्रतिशत कम हुई.


विनिर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति जून में देखे गए 2.71 प्रतिशत संकुचन के मुकाबले 2.51 प्रतिशत घट गई. इससे पहले आरबीआई (RBI) ने पिछले सप्ताह लगातार तीसरी एमपीसी में ब्याज दर को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा. आपको बता दें आरबीआई मौद्रिक नीति तैयार करने के लिए खुदरा या उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर को ध्यान में रखता है. जुलाई के लिए खुदरा महंगाई दर के आंकड़े आज जारी होंगे.