Career Guide : किसी के जीवन में एक महत्वपूर्ण निर्णय यह होता है कि वह कक्षा 12 के बाद कौन सा मार्ग चुनता है, क्योंकि यह उसके करियर की नींव रखता है. कॉमर्स के छात्रों के लिए करियर के कई ऑप्‍शन हैं. हम यहां उन व‍िकल्‍पों की एक लिस्‍ट दे रहे हैं, जो कॉमर्स के छात्र 12वीं के बाद करियर ऑप्‍शन के रूप में चुन सकते हैं.  


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1. चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA)
कॉमर्स वाले छात्रों को ये सबसे ज्‍याद पसंद आने वाला ऑप्‍शन है. चार्टर्ड अकाउंटेट (CA) को अच्‍छी सैलरी म‍िलती है. इसके अलावा वे अपना फर्म भी ओपन कर सकते हैं. भारत में चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लि‍ए इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) की परीक्षा पास करनी होती है, जो तीन स्तरों - कॉमन प्रोफिशिएंसी टेस्ट (CPT), IPCC (इंटर) और FC (अंतिम कोर्स) में बंटा होता है. 12वीं के बाद आप इसके ल‍िए आवेदन कर सकते हैं. आपको सबसे पहले फाउंडेशन के ल‍िए इनरोल करना होगा. 


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2. कंपनी सेक्रेटरी (CS)
कंपनी सेक्रेटरी, भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (आईसीएसआई) द्वारा संचालित एक पेशेवर पाठ्यक्रम है. एक कंपनी सेक्रेटरी किसी कंपनी के कुशल प्रशासन का ध्यान रखता है, जिसमें कानूनी और वैधानिक अनुपालन सुनिश्चित करना और शासन से संबंधित मुद्दे शामिल हैं.  सीएस बनने के लिए, उम्मीदवार को 12वीं की परीक्षा के बाद तीन स्तरों को पास करना होता है - फाउंडेशन प्रोग्राम, एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम और प्रोफेशनल प्रोग्राम. 


3. एक्चुअरी
एक्चुरियल साइंस एक ऐसा क्षेत्र है जो बीमा, व्यवसाय, वित्त और स्वास्थ्य सेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में जोखिम के विश्लेषण से संबंधित है. एक्चुरियल साइंस के पेशेवर व्यवसाय को प्रभावित करने वाले जोखिमों को निर्धारित करने के लिए गणितीय समीकरणों, सांख्यिकी और वित्तीय सिद्धांतों का उपयोग करते हैं. 


एक्चुअरी की नौकरी के लिए, छात्रों को कॉमर्स से 12वीं करने के बाद गणित, सांख्यिकी में एक्चुरियल साइंस या बी.कॉम के साथ ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करनी होती है.  छात्रों को एक्चुरियल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (ACET) भी देना होता है और सभी 15 चरणों को पास करना होता है. 


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4. बैंक पीओ
बैंक प्रोबेशनरी ऑफिसर (पीओ) एक जनसंपर्क अधिकारी की तरह काम करता है, जो ग्राहकों की शिकायतों को हैंडल करता है. जैसे क‍ि कैश की द‍िक्‍कत, लोन आद‍ि. हर साल, सभी सरकारी और निजी बैंक, पीओ पद के ल‍िए वैकेंसी जारी करते हैं.इसमें दो साल का प्रोव‍िजन पीर‍ियड पूरी होने के बाद, उम्मीदवार उच्च पदों पर जाता है. 


5. कॉस्‍ट एंड मैनेजमेंट अकाउंट‍िंग (CMA) 
कॉमर्स के छात्रों के लिए कॉस्‍ट एंड मैनेजमेंट अकाउंट‍िंग एक बढ‍िया करियर ऑप्‍शन है.  कॉस्‍ट एंड मैनेजमेंट अकाउंट‍िंग में कंपनियों के फाइनेंश‍ियल डेटा को चेक करके, सही फाइनेंश‍ियल डिस‍िजन लेने में मदद करते हैं. CMA बनने के लिए, छात्र को भारतीय लागत लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) में दाखिला लेना होगा और CMA कोर्स के तीन स्तरों - फाउंडेशन, इंटरमीडिएट और फाइनल को पूरा करना होगा.