Digital Marketing Internship: आज के समय में देश के छोटे-बड़े ब्रांड सोशल मीडिया और ई कॉमर्स साइट्स के जरिए अपना बिजनेस कर रहे हैं. इसी के चलते डिजिटल मार्केटिंग सेक्टर में स्किल्ड युवाओं की भारी डिमांड बढ़ी है. हर साल लाखों युवा डिजिटल सेक्टर से जुड़े कोर्सेस कर रहे हैं. इसके बाद युवा किसी कंपनी में इंटर्नशिप करते हैं, लेकिन


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डिजिटल सेक्टर में करियर बनाने जा रहे युवा इंटर्न अक्सर कुछ गलतियां करते हैं, जिनसे उन्हें बचना चाहिए. अगर आप भी इसे सेक्टर में करियर बनाने जा रहे हैं तो यहां जानें कि इंटर्नशिप के दौरान कौन-कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए. 


इन 5 गलतियां को अवॉइड करें
थ्योरी पर ज्यादा फोकस न करें. डिजिटल मार्केटिंग एक हैंड्स-ऑन फील्ड है, इसमें प्रैक्टिस करना ज्यादा जरूरी है. 
इंडस्ट्री ट्रेंड्स को नजरअंदाज न करें. तकनीक लगातार बदल रही है. ऐसे में ट्रेंड्स से अप टू डेट रहना बहुत जरूरी है.
डिजिटल मार्केटिंग में डेटा अनदेखा न करें, क्योंकि यह एक डेटा-ड्रिवेन फील्ड है. इसमें प्रभावशीलता जानने के लिए कैंपेन्स मैट्रिक्स को ट्रैक और विश्लेषित करना होता है.
ज्यादातर युवा अपने गोल्स निर्धारित नहीं करते. डिजिटल मार्केटिंग रणनीति लागू करने से पहले अपने गोल सेट करना जरूरी होता है.
डिजिटल मार्केटिंग में टेस्टिंग, ऑप्टिमाइजिंग और परफॉर्मेंस डेटा के आधार पर रणनीति तैयार की जाती है, लेकिन कुछ युवा इस तरफ ध्यान नहीं देते.


इंटर्नशिप के फायदे
कॉर्पोरेट सेक्टर में अनुभवी प्रोफेशनल्स के साथ काम करने का एक्सपीरियंस मिलता है.
10 हजार रुपये महीने तक स्टाइपेंड मिलता है. 
नौकरी के शुरूआती दौर में होने वाली गलतियों, चुनौतियों को सॉल्व करने का मौका मिल जाता है.
इंडस्ट्री के स्किल्ड प्रोफेशनल्स के साथ प्रोफेशनल नेटवर्क बनाने का मौका मिलता है.
इंटर्नशिप करने से आपके अंदर आत्मविश्वास बढ़ता है.


डिजिटल मार्केटिंग सीखने के फायदे
ई कॉमर्स की बढ़ती लोकप्रियता के कारण प्रोफेशनल्स की डिमांग बढ़ी है.
स्किल्ड युवाओं की कमी के कारण इस सेक्टर में युवाओं को हाई पे मिल रहा है.
रेग्यूलर जॉब के अलावा आप वर्क फ्रॉम होम, फ्रीलांस काम कर सकते हैं.
डिजिटल मार्केटिंग सीखकर आप खुद की डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी ओपन कर सकते हैं.