टीचर ने कर दी इतनी बड़ी गलती, जिसकी स्टूडेंट को मिली सजा, 10वीं मैथ्स के पेपर में हो गया फेल
Gujarat Board Case: छात्र द्वारा रिवैल्यूएशन के लिए कॉपी जमा करने के बाद गड़बड़ी सामने आई, जिसमें मैथ्स टीचर ने कुल अंकों की गिनती में गलती कर दी. गुजरात में ऐसे कई मामले सामने आए, जिसके बाद हजारों शिक्षकों पर लाखों रुपये का जुर्माना लगा है. पढ़ें पूरी खबर...
Teachers Makes Mistake in Counting Total Marks: गुजरात से एक ऐसी खबर सामने आई है, जहां टीचर्स की लापरवाही के कारण स्टूडेंट्स के रिजल्ट पर असर पड़ा. यह गड़बड़ी एक बच्चे को इतनी भारी पड़ी कि वह मैथ्स के पेपर में फेल हो गया. बात तो तब सामने आई जब आंसर कॉपियां रिवैल्यूएशन के लिए भेजी गई. जानकारी के मुताबिक ऐसे हजारों शिक्षकों की गलतियों के कारण स्टूडेंट्स के रिजल्ट पर असर हुआ, जिसका खामियाजा टीचर्स को भारी जुर्माना देकर भरना पडे़गी. जानिए क्या है पूरा मामला...
टीचर्स पर लाखों रुपये का जुर्माना
बताया जा रहा है कि बोर्ड परीक्षाओं में हुई गलतियों के कारण गुजरात में 4000 शिक्षकों पर कुल 64 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार गणित के एक शिक्षक पर भी जुर्माना लगाया गया है, जिसने कुल 30 अंकों की गलती की, इस वजह से एक छात्र 10वीं की बोर्ड परीक्षा में फेल हो गया.
छात्र द्वारा रिवैल्यूएशन के लिए अपनी कॉपी जमा करने के बाद, गुजरात राज्य शिक्षा बोर्ड ने पाया कि गणित के एक शिक्षक ने कुल अंकों की गिनती करते समय गलती की थी. इसके अलावा अधिकारियों ने समाचार एजेंसी को बताया कि गणित के 100 से ज्यादा शिक्षकों ने 10 नंबर या उससे ज्यादा की गिनती में गलतियां की थीं.
इस रिपोर्ट के मुताबिक 10वीं की बोर्ड परीक्षा की कॉपियां चेक करने वाले कुल 1,654 शिक्षकों पर नंबर्स की गिनती में गड़बड़ी पाए जाने पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. जबकि, एक अंक वाले सवाल में हर गलती के लिए शिक्षकों पर 100 रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
12वीं कॉपी चेक करने में भी हुई गलतियां
वहीं, दूसरी तरफ 12वीं की सामान्य स्ट्रीम परीक्षा के प्रश्नपत्रों पेपर चेक करने वाले 1,404 शिक्षकों पर 24.31 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. क्लास 12 साइंस स्ट्रीम की कॉपियां चेक करने वाले 1,430 शिक्षकों पर जुर्माना लगाया गया है. कहा जा रहा है कि नंबर्स के टोटल के दौरान गलतियां करने वाले टीचर्स पर कुल 19.66 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया.
आधे नंबर्स को न जोड़ने के चलते हुई गलती
रिपोर्ट के मुताबिक कई टीचर्स टोटल काउंटिंग करते समय नंबर को जोड़ने में विफल रहे, जिसके कारण 10 नंबर से ज्यादा की गिनती में गड़बड़ी हुईं. कुछ शिक्षकों ने फाइनल काउंटिंग करते समय आधे अंकों जैसे 2.5 या 5.5 को टोटल नहीं किया, जिसके कारण गलती हुई. नंबर्स के टोटल में गलतियां तब सामने आईं, जब कई छात्रों ने रिवैल्यूएशन के लिए अपनी कॉपियां जमा कीं, क्योंकि अगली कक्षा में प्रवेश कक्षा 10 में प्राप्त अंकों के आधार पर होता है.