Board Exams Diet Tips: परीक्षा का समय बच्चों के लिए बेहद अहम होता है. यह केवल पढ़ाई और मेहनत का ही नहीं, बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का भी समय है. बच्चों की डाइट न केवल उनकी एनर्जी और एकाग्रता को बढ़ाने में मदद करती है, बल्कि तनाव को भी कम करती है. ऐसे में सही खानपान से बच्चों का प्रदर्शन बेहतर हो सकता है. आइए जानते हैं कि इस दौरान बच्चों को क्या खाना चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए...


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परीक्षा के समय तनाव का असर
परीक्षा के दौरान ज्यादातर बच्चे तनाव में रहते हैं. यह तनाव उनके भूख के पैटर्न को प्रभावित करता है. कुछ बच्चे ज्यादा खाते हैं, जबकि कुछ खाना छोड़ देते हैं. ऐसे में पेरेंट्स को बच्चों को थोड़ी-थोड़ी देर में हेल्दी स्नैक्स देना चाहिए ताकि उनके शरीर को जरूरी ऊर्जा मिलती रहे.


प्रोटीन युक्त आहार क्यों जरूरी है?
प्रोटीन दिमाग और शरीर को ऊर्जा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. बच्चों को दूध, पनीर, अंडा, हरी सब्जियां और होल ग्रेन्स जैसे प्रोटीन रिच फूड देना चाहिए. कार्बोहाइड्रेट कम मात्रा में दें क्योंकि यह शरीर को सुस्ती दे सकता है.


नाश्ता कभी न छोड़ें
परीक्षा देने खाली पेट जाना बच्चों की सेहत और प्रदर्शन दोनों को प्रभावित कर सकता है. घर का बना हल्का और पौष्टिक नाश्ता जैसे ओट्स, फल या ड्राई फ्रूट्स बच्चों को एनर्जी देता है और उनकी एकाग्रता बढ़ाता है.


पैकेज्ड फूड से बचें
बच्चे पढ़ाई के दौरान भूख लगने पर अक्सर चिप्स, नूडल्स, या कोल्डड्रिंक की ओर आकर्षित होते हैं. ये चीजें शरीर के लिए नुकसानदायक होती हैं. इनकी जगह भुने चने, मूंगफली, मखाने और घर का बना चिवड़ा बच्चों के पास रखें.


जंक फूड से दूरी क्यों जरूरी है?
पिज्जा, बर्गर और फ्राइड फूड जैसे जंक फूड परीक्षा के समय बिल्कुल अवॉइड करें. ये न केवल शरीर को भारी बनाते हैं, बल्कि मानसिक थकावट भी बढ़ाते हैं. परीक्षा के दौरान हल्का, हेल्दी और घर का बना खाना ही खाएं.


दिमाग को तेज करने वाले फूड्स
बादाम, अखरोट, और ब्राजील नट्स जैसे ड्राई फ्रूट्स बच्चों के दिमाग को तेज करते हैं. साथ ही, ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड जैसे मछली या फ्लैक्ससीड दिमागी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं.


हाइड्रेशन का ध्यान रखें
पढ़ाई के दौरान बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पानी और हेल्दी लिक्विड जैसे नारियल पानी, नींबू पानी, या फ्रूट जूस देना चाहिए. डिहाइड्रेशन से बच्चों का ध्यान भटक सकता है.


शुगर और कैफीन से परहेज करें
ज्यादा मीठा या कैफीनयुक्त ड्रिंक्स बच्चों की एनर्जी को अस्थायी रूप से बढ़ा सकते हैं, लेकिन बाद में ये सुस्ती और थकावट लाते हैं. इनसे बचना जरूरी है.