Bihar Police Action on Paper Leak Case: बिहार में परीक्षाओं में बार-बार पेपर लीक होने को लेकर सरकारी सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रही है. इस तरह के कई मामले सामने आने के बाद नीतीश सरकार अब एक्शन में नजर आ रही है. इसके तहत आर्थिक अपराध इकाई (EoU) को ज्यादा कैपेबल बनाने की तैयारी की जा रही है. इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वाले सरकार के नजरों से बच नहीं निकल सकेंगे. अब अभियुक्तों की संपत्ति जब्त कर ली जाएगी. अपर पुलिस महानिदेशक कुंदन कृष्णन ने पुलिस हेड क्वार्टर में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 2012 से अब तक कई मामले की जांच आर्थिक अपराध इकाई के तहत हुई है. यहां पढ़िए पूरी खबर...


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अपर पुलिस महानिदेशक कुंदन कृष्णन ने पीसी के दौरान बताया कि 2012 से लेकर अब तक 10 परीक्षाओं के मामले में ईओयू ने इंवेस्टिगेशन की है. इसमें अब तक 545 अभियुक्तों (अक्यूस्ड) की गिरफ्तारी की गई और 249 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी हैं.


ईओयू को किया जा रहा और मजबूत
ADGP ने कहा कि सरकार की ओर से इन मामलों को लेकर मॉडल एक्ट लागू किया है, जिसके तहत राज्य में बिहार लोक परीक्षा अनुसूचित संधारण अधिनियम निवारण कानून लागू है. हाल ही में सीएचओ परीक्षा लीक मामले में यह कानून लागू किया गया है. ईओयू को और सुदृढ़ किया जा रहा है. इतना ही नहीं ईओयू परीक्षा लेने वाले डिपार्टमेंट्स को सलाह भी दे रही है.


डेटा बैंक में मिलेगी गिरोह की तमाम जानकारी
ADGP कुंदन कृष्णन ने बताया कि एक डेटा बैंक तैयार किया जा रहा है, जिसमें सभी ऑर्गेनाइज्ड गैंग्स की पूरी जानकारी होगी. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि जो भी संगठित गिरोह परीक्षा में गड़बड़ घोटाला करके संपत्ति अर्जित करेंगे, उनकी प्रॉपर्टी सीज कर दी जाएगी.


BPSC 70th Exam 2024: बीपीएससी 70वीं प्रीलिम्स को लेकर आयोग ने लिया ये फैसला, एक केंद्र पर दोबारा होगी परीक्षा 


ADGP ने की लोगों से अपील और दिया आश्वासन
ADGP ने लोगों से भी परीक्षा में अनियमितता या किसी प्रकार के पेपर लीक की इंफॉर्मेंशन उपलब्ध कराने की अपील की. भ्रामक समाचारों पर नजर रखी जा रही है.
उन्होंने साफ कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग का परीक्षा में कोई पेपर लीक नहीं हुआ है, जिन केंद्रों पर हुड़दंग की घटना हुई है, उसमें जिला प्रशासन और पुलिस कारवाई करने को लेकर सक्षम है. इतना ही नहीं ADGP  कृष्णन ने छात्रों को यह आश्वासन भी दिया है कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए ईआईयू कारवाई कर रही है.


हंगामे के पीछे कोचिंग संस्थानों की भूमिका
इधर, बताया गया कि बिहार लोक सेवा आयोग की हाल ही में हुई परीक्षा में हंगामे के पीछे तीन प्रमुख कोचिंग संस्थानों की भूमिका सामने आई है. इन कोचिंग संस्थानों ने अपना स्वार्थ साधने के लिए छात्रों को गुमराह किया और उन्हें हंगामा करने के लिए उकसाया. यह हंगामा बीपीएससी की छवि को धूमिल करने और परीक्षा प्रक्रिया पर सवाल खड़े करने की साजिश का हिस्सा था.


(इनपुट - आईएएनएस)