इस तरह तैयार किए जाते हैं Special Forces के कमांडो, ट्रेनिंग देख कांप जाएगी रूह
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand2438039

इस तरह तैयार किए जाते हैं Special Forces के कमांडो, ट्रेनिंग देख कांप जाएगी रूह

Special Forces Commando Training: स्पेशल फोर्सेस के कमांडो को एक बेहद कठिन ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है, जो उन्हें असाधारण शारीरिक और मानसिक ताकत प्रदान करती है. इस ट्रेनिंग की कठोरता को देखकर कोई भी व्यक्ति हैरान हो सकता है, लेकिन यही ट्रेनिंग उन्हें दुनिया के सबसे खतरनाक और सक्षम योद्धा बनाती है.

इस तरह तैयार किए जाते हैं Special Forces के कमांडो, ट्रेनिंग देख कांप जाएगी रूह

Indian Special Forces Commando Training: स्पेशल फोर्सेस के कमांडो दुनिया की सबसे कड़ी और कठिन ट्रेनिंग से गुजरते हैं. इन्हें न केवल शारीरिक रूप से अत्यधिक मजबूत होना पड़ता है, बल्कि मानसिक दृढ़ता भी इनकी सबसे बड़ी ताकत होती है. इन कमांडो की ट्रेनिंग इतनी कठोर होती है कि इसे देखकर किसी की भी रूह कांप उठेगी. आइए, जानते हैं कि इन्हें कैसे तैयार किया जाता है.

1. शारीरिक सहनशक्ति की सीमा तक परीक्षा

स्पेशल फोर्सेस के कमांडो की शारीरिक ट्रेनिंग साधारण से कहीं अधिक कठोर होती है. इन्हें अत्यधिक कठिन अभ्यासों से गुजरना पड़ता है, जिनमें:
- लंबी दूरी तक दौड़ना (कभी-कभी 40-50 किमी तक)
- वजन उठाकर पहाड़ी इलाकों में दौड़ना
- स्विमिंग और डाइविंग जैसी ट्रेनिंग भी शामिल हैं
  
शारीरिक सहनशक्ति को इस कदर परखा जाता है कि एक कमांडो घंटों तक बिना रुके लगातार शारीरिक काम कर सके. उन्हें विभिन्न मौसमों जैसे गर्मी, सर्दी, बारिश और बर्फीले इलाकों में काम करने के लिए तैयार किया जाता है.

2. मानसिक सहनशक्ति और संयम

इस ट्रेनिंग में मानसिक मजबूती का भी बड़ा योगदान होता है. कमांडो को ऐसे हालात में रखा जाता है जहां भूख, प्यास, थकान और डर के बावजूद उन्हें अपने मिशन को पूरा करना होता है. इन्हें कठिन परिस्थितियों में तेजी से निर्णय लेने, अपनी टीम को सुरक्षित रखने और बिना घबराए काम करने की ट्रेनिंग दी जाती है.

उदाहरण के तौर पर, इन्हें लंबे समय तक सोने नहीं दिया जाता, जिससे वे अत्यधिक तनाव और थकान की स्थिति में भी पूरी तरह सतर्क और कार्यशील रह सकें.

3. स्पेशलाइज्ड ट्रेनिंग

कमांडो को विभिन्न प्रकार की स्पेशल ट्रेनिंग दी जाती है, जिनमें शामिल हैं:
- स्नाइपर ट्रेनिंग: लंबी दूरी से सटीक निशाना लगाना.
- एंटी-टेररिज्म ऑपरेशंस: बंधकों को बचाने और आतंकवादियों से निपटने की ट्रेनिंग.
- सीक्रेट ऑपरेशंस: दुश्मन के इलाके में गुप्त रूप से घुसपैठ करना और मिशन को अंजाम देना.

4. सर्वाइवल स्किल्स

कमांडो को अत्यधिक प्रतिकूल परिस्थितियों में जीवित रहने की कला सिखाई जाती है. जैसे बिना भोजन और पानी के जंगलों या दुश्मन के इलाके में हफ्तों तक छिपकर रहना, प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करना और आवश्यकता पड़ने पर दुश्मन की नजरों से बचना.

5. हथियारों और विस्फोटकों की ट्रेनिंग

कमांडो को विभिन्न प्रकार के हथियार चलाने और विस्फोटकों का उपयोग करने की ट्रेनिंग दी जाती है. इन्हें छोटे पिस्टल से लेकर बड़े मशीन गन तक के इस्तेमाल में महारत हासिल करनी होती है. साथ ही, विस्फोटक उपकरणों को डिफ्यूज करने और उनका उपयोग करने की भी स्किल सिखाई जाती है.

Trending news