Ex- IAS Success Story: रोमन सैनी की कहानी हर किसी को मोटिवेशन देती है. डॉक्टर और पूर्व आईएएस अधिकारी रोमन सैनी ने एक यूट्यूब चैनल से शुरू हुए एजुकेशनल प्लेटफॉर्म को 26,000 करोड़ की कंपनी बना दिया. ये कमाल उन्होंने गौरव मुंजाल (एक इंजीनियर से बिजनेसमैन बने) के साथ मिलकर किया. आइए, आज हम डॉक्टर रोमन सैनी की इस कामयाबी की कहानी को जानते हैं. एक इंटरव्यू में रोमन ने कहा की सिविल सर्विस छोड़ने का फैसला कठिन था, लेकिन हमारी ये पहल एजुकेशन की तस्वीर बदलेगी.


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अनएकेडमी से पहले भी, सैनी ने जीवन भर अकादमिक एक्सीलेंसी का प्रदर्शन किया. उन्होंने 16 साल की उम्र में एम्स एंट्रेंस एग्जाम पास किया और लगभग 6 महीने तक प्रक्टिस की. बाद में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास की और महज 22 साल की उम्र में आईएएस अधिकारी बन गए. 2013 में उन्होंने आईएएस की परीक्षा पास की और उन्हें देशभर में 18वां रैंक मिली थी.  उन्होंने मध्य प्रदेश में जिला कलेक्टर के रूप में काम किया.


अपनी उपलब्धियों के बावजूद, सैनी ने और ज्यादा हासिल करने की आकांक्षा की, जिसके कारण उन्होंने अपना आईएएस पद छोड़ दिया और 2015 में गौरव मुंजाल और हेमेश सिंह के साथ अनएकेडमी के को-फाउंडर बने. साथ में, उन्होंने अनएकेडमी की मदर कंपनी शॉर्टिंग हेड टेक्नोलॉजीज की स्थापना की.


रोमन राजस्थान में कोटपूतली के रायकरणपुरा गांव के मूल निवासी हैं. जहां उनके पिता पेशे से इंजीनियर हैं, वहीं उनकी मां एक हाउस वाइफ हैं. रोमन ने कहा, मैं एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था और हरियाणा के दयालपुर गांव में पोस्टेड था. मैंने देखा कि कैसे लोग बेसिक सुविधाओं से वंचित थे. तभी मैंने देश की सेवा करने का फैसला किया."