IAS Sita Gate: दुनिया में प्यार अक्सर ऐसी कहानियां बुनता है जो हर बाधा को पार कर जाती हैं. स्मिता गाटे और नीतीश भारद्वाज की यात्रा भी ऐसी ही एक कहानी है. स्मिता एक सफल आईएएस अधिकारी थीं, और नीतीश, जो बीआर चोपड़ा की महाभारत में भगवान कृष्ण के अपने यादगार किरदार के लिए मशहूर थे, उन्होंने शासन और ग्लैमर की दुनिया के बीच अपने प्यार को पाया.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस फील्ड में की ग्रेजुएशन
स्मिता का जन्म 16 मार्च 1966 को पुणे में हुआ. वह हमेशा से एक समर्पित विद्यार्थी थीं. उन्होंने नौरोजी वाडिया कॉलेज से माइक्रोबायोलॉजी में ग्रेजुएशन किया और फिर गारवेयर कॉलेज ऑफ साइंस एंड आर्ट्स से सोशियोलॉजी की पढ़ाई की. उनका करियर सार्वजनिक सेवा की दिशा में तय लग रहा था. 


धीरे-धीरे प्यार में बदली गहरी दोस्ती 
दूसरी ओर, नीतीश भारद्वाज टेलीविजन पर भगवान और देवताओं के अपने शानदार किरदारों के कारण घर-घर में पहचाने जाते थे. उनकी और स्मिता की अलग-अलग दुनिया होने के बावजूद, किस्मत ने उन्हें करीब ला दिया. दोस्तों के जरिए हुई मुलाकातें धीरे-धीरे एक गहरी दोस्ती और फिर प्यार में बदल गईं.  


दो जुड़वां बेटियों के बने माता-पिता
इनका प्यार शादी में तब्दील हुआ, और 14 मार्च 2009 को दोनों ने शादी कर ली. यह दोनों के लिए दूसरी शादी थी. उनकी जिंदगी में दो जुड़वां बेटियों, देवयानी और शिवार्जनी का जन्म हुआ, जो उनकी दुनिया का केंद्र बन गईं.


12 साल बाद लिया अलग होने का फैसला
लेकिन जिंदगी हमेशा आसान नहीं होती. 12 साल की शादी के बाद, 2022 में दोनों ने अलग होने का फैसला किया. नीतीश ने इस पर संक्षेप में बात की और बताया कि उनके बीच आपसी सम्मान बना रहा, लेकिन उन्होंने अलगाव के कारणों को निजी रखा. यह उनकी गरिमा को दर्शाता है, जो उन्होंने अपने रिश्ते के दौरान भी बनाए रखी.  


स्मिता और नीतीश की कहानी सिर्फ प्यार या अलगाव की नहीं है. यह कहानी है अप्रत्याशित जगहों पर संबंधों को खोजने और जीवन की अनपेक्षित राहों पर भी गरिमा और शालीनता के साथ चलने की.