IAS Srivatsa Krishna Success Story: भारत में कुछ बेहद प्रतिभाशाली और बहुआयामी नौकरशाह होने के बावजूद सिविल सेवा और बॉलीवुड का मिश्रण बेहद दुर्लभ है. अभिषेक सिंह, जिन्होंने अभिनेता बनने के लिए आईएएस अधिकारी की नौकरी छोड़ दी, और एचएस कीर्तन, जो एक अभिनेता से आईएएस अधिकारी बन गए. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे आईएएस अधिकारी के बारे में बताएंगे, जिन्होंने न सिर्फ अपने क्षेत्र में बेहद शानदार प्रदर्शन किया बल्कि वह बॉलीवुड में एक गायक भी है. 1994 के यूपीएससी टॉपर व इस वरिष्ठ आईएएस अधिकारी का नाम श्रीवत्स कृष्णा है.


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दिल्ली में जन्मे श्रीवत्स के बचपन से दो सपने थे, पहला उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में आईएएस अधिकारी बनकर पूरा किया. दूसरा था सिंगिंग में करियर बनाना, जिसे उन्होंने तब छोड़ दिया था जब उन्होंने राज कपूर की फिल्म में गाने का प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया था. श्रीवत्स ने संगीत निर्देशक रवींद्र जैन द्वारा 'प्रेम रोग' में गाने का प्रस्ताव ठुकरा दिया क्योंकि उनके पिता चाहते थे कि वह पहले अपनी पढ़ाई पूरी करें.


दिल्ली में जन्मे आईएएस अधिकारी एक उत्कृष्ट छात्र थे और उन्हें स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और येल जैसे प्रतिष्ठित अमेरिकी संस्थानों में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करने के लिए स्कॉलरशिप मिली थी. हालांकि, उन्होंने अपने पिता की अंतिम इच्छा के अनुसार आईएएस अधिकारी बनने के लिए स्कॉलरशिप छोड़ दी. वह दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रह चुके हैं. उन्होंने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) मद्रास से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है. बता दें कि वह हार्वर्ड से एमबीए करने वाले इतिहास के पहले आईएएस अधिकारी भी हैं.


प्रसिद्ध बॉलीवुड निर्देशक दिबाकर बनर्जी की फिल्म 'शंघाई' में 'विष्णु सहस्रनाम मंत्र' के पीछे की आवाज श्रीवत्स कृष्णा की है. आईएएस अधिकारी और फिल्म निर्माता एक ही कॉलेज में थे, जहां वे प्रतिद्वंद्वी वाद-विवादकर्ता थे. बॉलीवुड में अपनी आवाज देने का मौका श्रीवत्स कृष्णा को तब मिला, जब उन दोनों की एक कैफे में मुलाकात हुई. आईएमडीबी के अनुसार, श्रीवत्स कृष्णा का भविष्य के प्रोडक्शन के लिए प्रसिद्ध ऑस्कर विजेता संगीतकार एआर रहमान द्वारा ऑडिशन लिया गया था.