लोगों के घरों में खाना बनाकर मां ने पढ़ाया, गरीबी को नहीं बनने दी रुकावट; नोएडा के आशीष ने ऐसे क्रैक किया JEE
IIT JEE Success Story: आज के समय में जहां हर क्षेत्र में रुकावटें और टफ कॉम्पीटिशन मिलती है, ऐसे में आपकी दृढ़ता और जुनून है जो आपको अपने सपनों की ओर ले जा सकते हैं. पढ़िए समर्पण और जुनून की एक ऐसी ही कहानी...
Aashish Kumar Success Story: जब आप किसी चीज के प्रति गहराई से प्रतिबद्ध होते हैं और हार नहीं मानते हैं, तो आप अपने अंदर एक ऐसी पावर महसूस करते हैं जो बड़ी से बड़ी चुनौतियों से निपटने में आपकी मदद करती है और आखिरकर आप सफलता हासिल कर ही लेते हैं. आज की कहानी भी एक ऐसी ही जिद और खुद पर भरोसा रखने वाले एक शख्स की है, जिसने कमजोर आर्थिक परिस्थितियों को अपने राह की रुकावट नहीं बनने दी. समर्पण और जुनून की मिसाल पेश करते हुए, आशीष कुमार ने जेईई एडवांस्ड 2024 में सफलता हासिल की.
आईआईटी धनबाद में मिला एडमिशन
आशीष कुमार उत्तर प्रदेश के नोएडा के रहने वाले हैं. उन्होंने कड़ी मेहनत से पढ़ाई की और जेईई एडवांस परीक्षा में AIR 3014 रैंक हासिल की. अब आशीष को आईआईटी धनबाद में दाखिला मिल गया है, जहां से वह कंप्यूटर साइंस ब्रांच में अपनी पढ़ाई पूरी करेंगे. हालांकि, आशीष के लिए यहां कर का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था.
मां के सपोर्ट से कर सकें पढ़ाई
आशीष चार भाईयों में सबसे छोटे हैं, उनकी मां ने कुक की जॉब करके अपने बच्चों का भरण-पोषण और पढ़ाई लिखाई का इंतजाम किया. मीडिया को दिए एक इंटरव्यू के दौरान आशीष ने बताया था कि उनकी मम्मी लोगों के घरों में खाना बनाने का काम करती रही हैं, जिसके कारण ही वह और उनके भाई पढ़ाई कर पाए हैं, वरना उनके लिए पढ़ाई करना और अपने सपनों को हासिल करना असंभव था. आशीष की मम्मी ने ही अपने बेटों की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाया.
मेहनत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी
हालांकि, आशीष ने भी अपनी मम्मी के प्रयासों को बेकार नहीं जाने दिया. अपने परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति के बावजूद आशीष ने सभी परेशानियों को पार किया और अपने सपने को हकीकत में बदलने में कोई कसर नहीं छोड़ी. आशीष का सफर वास्तव में जिद, अटूट साहस और तमाम मुश्किलों के बावजूद अपने सपनों में दृढ़ विश्वास की कहानी है. आशीष का कहना है कि अगर स्टूडेंट्स कड़ी मेहनत करें और खुद पर भरोसा रखें तो वे जेईई एडवांस्ड में आसानी से सफलता हासिल कर सकते हैं.