IPS Anukriti Sharma UPSC Success Story: भारत में IAS या IPS अधिकारी बनना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, जिसके लिए देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाने वाली UPSC सिविल सेवा परीक्षा को पास करना आवश्यक है. हालांकि, दृढ़ संकल्प और राष्ट्र की सेवा के जुनून के साथ, उम्मीदवार इस परीक्षा को पास कर सकते हैं. आज, हम आपके साथ IPS अनुकृति शर्मा की कहानी साझा करेंगे, जिनके पति ने उनकी परीक्षा की तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अंततः उन्हें IPS अधिकारी बनने में मदद की.


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UPSC के लिए ठुकराया 50 लाख का ऑफर
अनुकृति ने 2007 में IIT JEE परीक्षा पास की और कोलकाता के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च में एडमिशन प्राप्त किया. ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने अमेरिका के राइस यूनिवर्सिटी में आगे की पढ़ाई की. उसी दौरान उन्हें नौकरी का प्रस्ताव मिला. उन्हें नासा (NASA) ने ज्वालामुखियों पर रिसर्च करने के लिए 50 लाख रुपये के सैलरी पैकेज पर रखा था. हालांकि, कुछ समय बाद वह अपनी नौकरी छोड़ भारत आ गईं और UPSC परीक्षा की तैयारी करने लगीं.


IRS से IPS तक का सफर
अनुकृति अपने पहले प्रयास में मेंस परीक्षा के लेवल तक पहुंच गई थीं, लेकिन सफल नहीं हो पाई. इसके बाद अपने दूसरे प्रयास में, वह प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं कर सकीं. हालांकि, उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की और ऑल इंडिया 355वीं रैंक प्राप्त की, जिसके बाद उन्हें भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के लिए चुना गया. लेकिन अनुकृति अपनी रैंक से संतुष्ट नहीं थीं, इसलिए उन्होंने अपनी रैंक सुधारने के लिए फिर से परीक्षा दी और इस बार ऑल इंडिया 138वीं रैंक प्राप्त की, और IPS ऑफिसर बन गईं.


पति बने टीचर बन कराई तैयारी
अनुकृति शर्मा के पति ने परीक्षा की तैयारी के दौरान उनके टीचर बनकर उनकी इस यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. ज्योग्राफी को ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में रखते हुए, उनके पति ने उनके टीचर के रूप में काम किया और उनकी रणनीतियों और अंकों को बेहतर बनाने में उनका समर्थन किया. अनुकृति अपनी सफलता का श्रेय अपने पति के अटूट समर्थन को देती हैं, जो पूरी प्रक्रिया में उन्हें को-एस्पिरेंट मानती हैं.


अनुकृति शर्मा की स्ट्रेटजी
अनुकृति यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने के इच्छुक उम्मीदवारों को सलाह देती हैं कि जब वे परीक्षा में बैठने का फैसला करें तो घबराएं नहीं. कई उम्मीदवार इस उद्देश्य के लिए अपनी नौकरी छोड़ देते हैं या कैंपस प्लेसमेंट में पास हो जाते हैं. अगर आप असफलताओं का सामना करते हैं, तो प्रेरित रहना और अपने उद्देश्य और लक्ष्यों पर विचार करना महत्वपूर्ण है. अनुकृति का मानना ​​है कि सफलता पाने के लिए जुनून होना और लगातार अपने सपनों को याद करते रहना बहुत जरूरी है.