Least Trending Courses: 12वीं के बाद ज्यादातर स्टूडेंट्स बीएससी, बीकॉम, बीबीए और बीटेक जैसे कोर्सेस की पढ़ाई करते हैं. हालांकि, पिछले कुछ समय में यह ट्रेंड बदला है. दरअसल, आज के समय में तेजी से टेक्नोलॉजी बदल रही है, जिसका असर एजुकेशन और जॉब सेक्टर पर हुआ है. अब ट्रेंड्स बदला है, जिसके चलते ट्रेडिशनल कोर्सेस की डिमांड घटती जा रही है. बीटेक करने वाले स्टूडेंट्स सिविल, मेकैनिकल से ज्यादा अब लेटेस्ट स्ट्रीम जैसे एआई और एमआई जैसी को वरीयता दे रहे हैं.


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न लें ऐसे कोर्सेस में दाखिला
12वीं के बाद किसी भी डिग्री कोर्स में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को अच्छी तरह से रिसर्च करने के बाद ही फैसला लेना चाहिए, क्योंकि अब कई पुराने कोर्स की वैल्यू कम हो गई है और आने वाले 4-5 सालों में खत्म ही हो जाएगी. पहले इन कोर्सेस में एडमिशन लेने के लिए मारामारी रहती थी, लेकिन समय तेजी से बदल रहा है, जिसने इनकी अहमियत खत्म कर दी है. 


करियर में ग्रोथ हासिल करने और मोटा पैसा कमाने चाहते हैं तो ग्रेजुएसन के लिए सही कोर्स का चुनाव जरूरी है. इसके लिए आपको कुछ फैक्टर्स जैसे लेटेस्ट जॉब ट्रेंड, कोर्स की डिमांड को ध्यान में रखकर फैसला लेना चाहिए. आने वाले 5 सालों में कुछ डिग्री कोर्स करने वालों को नौकरी के लाले पड़ सकते हैं. 


इन कोर्सेस की डिमांड हो जाएगी कम
1. पारंपरिक वेब डिजाइनिंग
2. डेस्कटॉप एप्लिकेशन डेवलपमेंट
3. नेटवर्किंग और हार्डवेयर
4. ट्रेडिशनल प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस (जैसे कोबोल, पास्कल)
5. टेलीफोन और टेलीकम्युनिकेशन
6. प्रिंट मीडिया
7. वीडियो एडिटिंग और पोस्ट-प्रोडक्शन
8. ऑडियो इंजीनियरिंग
9. फैशन डिजाइनिंग और मॉडलिंग
10.ट्रैवल और टूरिज्म मैनेजमेंट


जानिए कोर्स की डिमांड कम होने की वजह
इन कोर्सेस की डिमांड कम होने के पीछे कई कारण हैं-


  • टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट और ऑटोमेशन

  • डिजिटल मीडिया की बढ़ती डिमांड

  • इंडस्ट्री में तेजी से हो रहे बदलाव

  • अपडेट होती टेक्नीक्स

  • सिलेबस और ट्रेनिंग में बदलाव

  • इकोनॉमिक और सोशल चेंजेस