IPS Shashank Jaiswal: अगर बेहतरीन काम करो तो आप लाखों लोगों के बीच भी पहचान बनाने में कामयाब हो जाते हो. आईपीएस ऑफिसर शशांक जायसवाल ने इस बात को फिर एक बार साबित कर दिखाया है. अब देश में कितने ही आईएएस, आईपीएस ऑफसर है, लेकिन जनता के दिलों पर राज सभी तो नहीं करते. कुछ अधिकारियों के काम ही ऐसे होते हैं कि लोगों के दिलों को छू लेते हैं. सड़क हादसे में घायल एक शख्स की मदद करके आईपीएस शशांक जायसवाल ने भी यही किया. आइए जानते हैं कौन हैं IPS और कितने पढ़े-लिखे हैं...


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ट्रैफिक हेड क्वॉर्टर और वीवीआईपी रूट की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस में डीसीपी IPS शशांक जायसवाल की है. जानकारी के मुताबिक दो दिन पहले रात के समय एक घायल शख्स को हॉस्पिटल पहुंचाया. आईपीएस शशांक ने घायल को न केवल समय पर हॉस्पिटल पहुंचाया, बल्कि इलाज के खर्च की पेशकश भी की.


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घायल के लिए बने फरिश्ता
प्राप्त जानकारी के मुताबिक महिपालपुर बाईपास के पास एक बुलेट सवार सड़क पर घायल पड़ा था, जिसे लोग घेरकर खड़े थे. उसी दौरान वहां से आईपीएस शशांक जायसवाल का वहां से निकलना हुआ. भीड़ देखकर वह भी घटनास्थल पर रुके. तब तमाशबीन न बनकर वह घायल शख्स की मदद के लिए तुरंत आगे आए. अपनी गाड़ी में घायल को ले जाना चाहा, लेकिन गाड़ी ऊंची पड़ रही थी, जिसके बाद बिना देरी किए वह घायल को लेकर ऑटो में लेकर हॉस्पिटल के लिए निकल गए. घायल का इलाज शुरू होने के बाद लोकल पुलिस के वहां पहुंचने तक वह हॉस्पिटल में रुके रहे. इसके बाद से उनका नाम लगातार चर्चा में है.


कौन हैं IPS शशांक जायसवाल
सबसे पहले तो आपको बता दें कि आईपीएस शशांक जायसवाल दिल्ली के ही रहने वाले हैं. उन्होंने दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी से बीटेक में ग्रेजुएशन कंप्लीट किया है. इसके बाद IIM कोझिकोड से एमबीए की पढ़ाई की. इसके बाद शशांक ने प्राइवेट कंपनी में जॉब की, जहां उनकी मोटी सैलरी थी, लेकिन 2 लाख रुपये महीना कमाने के बाद भी उन्हें लगता थ कि लाइफ में कोई कसर बाकी है, जिसके बाद उन्होंने जॉब छोड़ यूपीएससी के लिए तैयारी करने का फैसला लिया.


समाज सेवा का जज्बा
शशांक के फैसले से कई लोगों ने आपत्ति भी उठाई, लेकिन वह समाज के बीच रहकर लोगों के लिए काम करना है. शशांक जायसवाल सिविल सेवा में आकर जरूरतमंदों की मदद करना चाहते थे. 


आखिरकार उनका यह फैसला सही साबित हुआ था और उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा पास की. 444वीं रैंक के साथ उनका चयन IPS के लिए हुआ. आईपीएस शशांक जायसवाल एक तेज-तर्रार IPS ऑफिसर के तौर पर जाने जाते हैं.  एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा थी कि गुमशुदा बच्चों को तलाशकर उन्हें उनके माता-पिता तक पहुंचाने से उन्हें बहुत राहत मिलती है.


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