Free Teacher Training Notification: फर्जी है टीचर ट्रेनिंग का नोटिफिकेशन, CBSE ने किया साफ; साथ में दी ये सलाह
Free Teacher Training: सीबीएसई ने स्कूलों को सतर्क किया है कि वे ऐसे फर्जी ईमेलों को नजरअंदाज करें और स्कूल के भरोसेमंदों (ट्रस्टीज), शहर समन्वयकों और स्कूल में बच्चों की संख्या जैसी कोई भी निजी जानकारी शेयर न करें.
Fake Free Teacher Training Notice: सीबीएसई को पता चला है कि कुछ जालसाज फर्जी ईमेल भेज रहे हैं. इस फर्जी ईमेल में फ्री टीचर ट्रेनिंग का झांसा दे रहे हैं. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एक आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया है. सीबीएसई को पता चला है कि कुछ सीबीएसई से जुड़े स्कूलों को फर्जी ईमेल मिले हैं. ये ईमेल फ्री में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (प्रैक्टिकल) और एडवांस पायथन की शिक्षा देने का झांसा दे रहे हैं.
सीबीएसई ने साफ किया है कि उन्होंने स्कूलों को इस तरह का कोई ईमेल नहीं भेजा है. उन्होंने यह भी बताया कि ये फर्जी ईमेल स्कूलों से संवेदनशील जानकारी मांगने के लिए एक गूगल फॉर्म की तरफ ले जाता है. साथ ही ये झूठा दावा करते हैं कि ट्रेनिंग लेने वालों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और पायथन की किताबें फ्री में दी जाएंगी. सीबीएसई ने स्कूलों को सतर्क किया है कि वे ऐसे फर्जी ईमेलों को नजरअंदाज करें और स्कूल के भरोसेमंदों (ट्रस्टीज), शहर समन्वयकों और स्कूल में बच्चों की संख्या जैसी कोई भी निजी जानकारी शेयर न करें.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने एक आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया है. उन्होंने बताया कि कुछ सीबीएसई से जुड़े स्कूलों को "सीबीएसई के आधिकारिक सिलेबस के अनुसार फ्री टीचर ट्रेनिंग - आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (व्यावहारिक) और एडवांस पायथन" टाइटल से फर्जी ईमेल मिले हैं. ये ईमेल कहते हैं कि ट्रेनिंग लेने वालों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और पायथन की किताबें मुफ्त में दी जाएंगी. ये ईमेल स्कूलों को एक गूगल फॉर्म की तरफ भेजते हैं, जो स्कूल के भरोसेमंदों (ट्रस्टीज), सीबीएसई शहर समन्वयकों और स्कूल में बच्चों की संख्या जैसी संवेदनशील जानकारी मांगता है.”
8 साल में 10वीं, 13 में ग्रेजुएट और फिर बनीं भारत की सबसे कम उम्र की Phd होल्डर
सीबीएसई ने आगे बताया, "कृपया ध्यान दें कि सीबीएसई ने इस तरह का कोई ईमेल नहीं भेजा है. हम आपसे आग्रह करते हैं कि अपनी व्यक्तिगत और व्यावसायिक जानकारी सुरक्षित रखने के लिए ऐसे किसी भी मैसेज को नजरअंदाज करें और हटा दें."
‘देश का हर दूसरा युवा नौकरी के लायक नहीं’ आर्थिक सर्वेक्षण में बताई वजह