DM Sanjeev Ranjan: जब हजारों लाखों लोगों की आप उम्मीद होते हैं तो उन पर खरा उतरने के लिए कड़े फैसले लेना जरूरी हो जाता है. क्योंकि हर काम को आप सीधे जनता से जुड़कर नहीं कर सकते हैं. आपको अलग अलग विभागों में काम करने वाले लोगों की निगरानी करनी पड़ती है और कई बार जनता की समस्याएं सुनने के लिए डायरेक्ट जनता से जुड़ना भी पड़ता है. आज हम बात कर रहे हैं प्रतापगढ़ के डीएम संजीव रंजन की, जिन्होंने लेखपाल की शिकायत मिलने पर ऑन द स्पॉट सस्पेंड करने का आदेश दे दिया.


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बिहार राज्य के नालंदा जिले के रहने वाले संजीव रंजन 2013 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. पढ़ाई की बात करें तो IAS संजीव रंजन ने बीटेक किया है. जिलाधिकारी के रूप में उनकी पहली तैनाती यूपी के संभल जिले में हुई थी. उसके बाद सिद्धार्थनगर में डीएम पद का दायित्व संभाला. अब उनकी तैनाती प्रतापगढ़ जिले में हुई है. वह गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ भी रह चुके हैं. कुशीनगर में संयुक्त मजिस्ट्रेट व सहारनपुर में सीडीओ पद का दायित्व भी निभा चुके हैं. आईएएस संजीव रंजन का जन्म साल 1981 में हुआ था. 


प्रतापगढ़ के रानीगंज तहसील में शनिवार को आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस ने एक बार फिर सरकारी लापरवाही की पोल खोल दी. फरियादियों की शिकायतों और सरकारी कामकाज में ढिलाई को लेकर डीएम संजीव रंजन ने कड़ा एक्शन लेते हुए एक लेखपाल को 'ऑन द स्पॉट सस्पेंड' कर दिया.


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क्या थी शिकायत


शिकायत मिली कि जामताली के लेखपाल अब्दुल रज्जाक द्वारा कार्यो में लापरवाही बरती जा रही है.  वह तहसील में नही आते है और न ही अधिकारियों के फोन उठाते हैं. इस पर डीएम ने मौके पर उपस्थित लेखपाल को कड़ी फटकार लगाई और सस्पेंड करने के लिए एसडीएम को निर्देशित किया.


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