Success Story: पापा टैक्सी ड्राइवर, मां बच्चों को पढ़ातीं ट्यूशन और बेटे ने कर डाला UPSC क्रैक
Shivam UPSC Rank: शिवम ने पूरी तरह से सेल्फ स्टडी पर भरोसा किया और आखिरकार बिना किसी ट्रेडिशनल कोचिंग के अपनी मंजिल तक पहुंच गए.
UPSC Success story: देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक यूपीएससी सीएसई को पास करना लाखों लोगों का सपना होता है. हर साल, परीक्षा हॉल में बड़ी संख्या में उम्मीदवार एग्जाम देने के लिए बैठते हैं, जो परीक्षा पास करने और देश की सेवा करने के लिए प्रशासन की बागडोर संभालने का सपना लेकर आते हैं. हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो संसाधनों की कमी के बावजूद अपने सपने को साकार करते हैं और समाज के लिए मोटिवेशन बन जाते हैं.
हरियाणा के रेवाड़ी जिले के एक टैक्सी ड्राइवर के बेटे शिवम ने यूपीएससी परीक्षा 2024 में ऑल इंडिया रैंक (एआईआर) 457 हासिल करके अपने परिवार को गौरवान्वित किया है.
शिवम के बैकग्राउंड को देखते हुए, उनके लिए यह सफर कभी आसान नहीं रहा. अपनी कड़ी मेहनत और कभी हार न मानने वाले रवैये के साथ, वह अपने मिशन में सफल रहे.
शिवम कौन है?
हरियाणा के रेवाड़ी के रहने वाले शिवम का पालन-पोषण एक गरीब परिवार में हुआ. उनके पिता हरदयाल एक टैक्सी ड्राइवर हैं और रोजाना जीविका कमाने के लिए कड़ी मेहनत करते. उनकी मां कमलेश देवी घर पर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती हैं.
शिवम ने जवाहर नवोदय विद्यालय से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की. इसके बाद उन्होंने आईआईटी गुवाहाटी से बी.टेक की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी पास करने का टारगेट बनाया.
इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी करने के बाद शिवम ने दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी शुरू की. उन्होंने कोचिंग क्लासेज में एडमिशन नहीं लेने का फैसला किया. उनकी दो बहनें हैं, एक हैं पूजा, और एक हैं संजू, जो असम में केन्द्रीय विद्यालय में लेक्चरर के रूप में काम करती हैं. शिवम की मां के पास पोस्टग्रेजुएशन की डिग्री है जबकि उनके पिता 10वीं कक्षा पास हैं.
उन्होंने बिना कोई कसर छोड़े, हर दिन कड़ी मेहनत करना शुरू कर दिया. उन्होंने पूरी तरह से सेल्फ स्टडी पर भरोसा किया और आखिरकार बिना किसी ट्रेडिशनल कोचिंग के अपनी मंजिल तक पहुंच गए.
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