Success Story: पापा ने पूछा क्यों छोड़ दी पढ़ाई- कहा मजा नहीं आ रहा, ऐसे खड़ी कर दी अरबों की कंपनी
Physics Wallah story: पांडे ने पहले साल में खराब शुरुआत के बावजूद फुल टाइम YouTuber बनने के अपने सपने को आगे बढ़ाने के लिए 2017 में कोचिंग सेंटर की नौकरी छोड़ दी. 2019 तक 2 मिलियन तक पहुंचने तक प्लेटफॉर्म को धीरे-धीरे ज्यादा सब्स्क्राइबर मिले.
Alakh Pandey Physics Wallah: सफलता की जब बात आती है तो देश में अलग अलग नाम सामने आते हैं आज हम एजुकेशन में सफलता पाने वाले एक ऐसे ही शख्स की बात कर रहे हैं. हम बात कर रहे हैं फिजिक्स वाला के फाउंडर और सीईओ अलख पांडेय हैं. उनका जन्म 2 अक्टूबर 1991 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुआ था. अपने स्कूल के दिनों से ही, पांडे को हमेशा पढ़ाने का शौक रहा. उन्होंने IIT में एडमिशन लेने का प्रयास किया लेकिन प्रवेश परीक्षा में असफल रहे. पांडे ने कॉलेज छोड़ने के बावजूद एक कोचिंग संस्थान में फिजिक्स के टीचर के तौर पर अपना काम शुरू किया.
कहीं और नहीं जाने के कारण, वह इलाहाबाद लौट आए और एक कोचिंग सुविधा में कोच के रूप में काम करने लगे, जहां उसे केवल 5000 रुपये महीना सैलरी मिलती थी. कम सैलरी के बावजूद शोहरत खूब थी. वह अपने टीचिंग स्टाइल के लिए फेमस हो गए. उन्होंने बाद में अपना YouTube चैनल लॉन्च किया. उन्होंने स्टूडेंट्स को उचित कीमत पर अच्छी शिक्षा देने का लक्ष्य रखा. अलख पांडेय (Alakh Pandey) अपने कॉलेज की पढ़ाई बीच में ही छोड़कर घर लौट आए. तो पापा ने जब कारण पूछा तो बताया कि मजा नहीं आ रहा था. पिता बेहद नाराज हुए. दरअसल उन्होंने जिंदगी में बड़ी दिक्कतें झेली थीं. वे नहीं चाहते थे कि उनके बेटे के साथ भी ऐसा ही हो.
अलख पांडे ने कॉलेज छोड़ दिया, लेकिन पढ़ाई के प्रति उनके जुनून ने उन्हें इलाहाबाद कोचिंग सेंटर में खींच लिया. उन्होंने वहां एक टीचर के रूप में खुद को डिवेलप किया. सभी ने उनकी टीचिंग अप्रोच को अपनाया, और उनके द्वारा पढ़ाए जाने वाले फिजिक्स को बहुत पसंद किया. ज्यादा स्टूडेंट्स तक पहुंचने के लिए, अलख पांडे ने 2016 में "फिजिक्स वाला" यूट्यूब चैनल लॉन्च किया. यहीं पर पीडब्ल्यू (फिजिक्स वाला) के लिए स्टार्टअप ने जड़ पकड़ी और बीज बोया गया.
कई उतार-चढ़ाव के साथ फिजिक्स वाला की कहानी मोटिवेशनल है. अच्छी चीजों में समय लगता है, यह कहावत सच है. यह सच है, मुझे लगता है. अलख पांडेय (भौतिकी वाले के संस्थापक) की यात्रा भी इसी तरह कठिन और समय लेने वाली थी.
पांडे ने पहले साल में खराब शुरुआत के बावजूद फुल टाइम YouTuber बनने के अपने सपने को आगे बढ़ाने के लिए 2017 में कोचिंग सेंटर की नौकरी छोड़ दी. 2019 तक 2 मिलियन तक पहुंचने तक प्लेटफॉर्म को धीरे-धीरे ज्यादा सब्स्क्राइबर मिले. कोविड -19 के प्रकोप के कारण देश में लॉकडाउन के कारण फिजिक्सवाला को अच्छी सफलता मिली.
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