Birds Migration: हर साल भारत में लाखों की संख्या में प्रवासी पक्षी अपना डेरा जमाते हैं. ये यूरोप और रूस से आकर यहां की झीलों-तालाबों में कई महीनों का समय गुजारते हैं. ये पक्षी हजारों किलोमीटर की लंबी दूरी तय करके भारत आते हैं. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इनमें से कुछ पक्षी तो बिना रुके सफर करते हैं और अपने गंतव्य स्थान तक पहुंच जाते हैं.


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आपने भी हर साल इन पक्षियों को आते देखा होगा, यहां समय गुजारने तक के प्रवासी पक्षी अक्सर सुर्खियों में रहते हैं, लेकिन क्या कभी आपके जेहन में यह ख्याल नहीं आया कि आखिर पक्षी ऐसा करते क्यों हैं? आइए जानते हैं क्या है इसके पीछे कारण...


लंबी यात्रा करने की ये हैं बड़ी वजह
पक्षियों के प्रवासी बनने के पीछे सबसे बड़ी वजह है उनके इलाके में मौसम के कारण भोजन जैसे जरूरी संसाधनों में कमी होना. इसके अलावा घोंसला बनाने के लिए सुरक्षित और अनुकूल मौसम वाली जगह पर आना और भयंकर ठंड से खुद को बचना भी प्रवासी होने के प्रमुख कारणों में शामिल हैं.


अनूकूल हालात
उत्तरी गोलार्द्ध के पक्षी गर्मी के मौसम में ध्रुवों की ओर जाकर अपने घोंसले बनाते हैं, जहां उन्हें कीड़े मकोड़े और नई कोंपलों वाले पेड़-पौधे मिलते हैं, जिनसे उन्हें पर्याप्त मात्रा में भोजन मिलने के साथ ही घोंसले बनाने के बहुत सारी जगह मिल जाती है, जो सर्दियों में संभव नहीं है.


सर्दी आते ही ये अपने बच्चों को लेकर दक्षिण की ओर लंबी यात्रा कर मध्य और निम्न अक्षांश वाले क्षेत्रों जैसे भारत, अमेरिका और कुछ अफ्रीकी देशों में आ जाते हैं. ये ठंड के मौसम में यहां के तालाबों और झीलों के आसपास अपना ठिकाना बना लेते हैं.


भोजन की पूर्ति
वैज्ञानिकों के मुताबिक हमिंगबर्ड जैसे कई पक्षी बर्फीली सर्दी भी सहन कर सकते हैं, लेकिन उन्हें भोजन के पर्याप्त स्रोत मिलना जरूरी है. हालांकि, ऐसा नहीं होता है इसलिए वे यात्रा करना चुनकर अपने लिए सुरक्षित स्थान तलाशते हैं. 


लंबी और छोटी दूरी के प्रवास 
कुछ पक्षी छोटी दूरी का प्रवास करते हैं तो कुछ लंबी दूरी का सफर तय करते हैं. छोटी दूरी के प्रवासी पक्षी ऊंचे पहाड़ों से नीचे की ओर आ जाते हैं, जबकि कुछ पक्षी सौ मील तक की यात्रा करते हैं, लेकिन ज्यादातर प्रजातियां लंबी दूरी की प्रवासी यात्रा ही करती हैं. मौसम के करवट लेने पर ये पक्षी पीढ़ियों से प्रजनन काल को पहचान कर अपने उत्तर के आवास में लौटते रहे हैं, जहां बर्फ पिघल रही होती है.