Vikas Divyakirti: IAS की जॉब छोड़ शुरू किया था Drishti IAS कोचिंग सेंटर, जानिए कौन हैं मां सीता पर ‘कमेंट’ कर फंसे डॉ. विकास?
Vikas Divyakirti Comment: पिछले तीन दिनों से सोशल मीडिया पर आप डॉ विकास दिव्यकीर्ति और दृष्टि आईएएस कोचिंग सेंटर का नाम खूब देख रहे होंगे. इन दोनों के खिलाफ बड़ी संख्या में लोगों ने मोर्चा खोल रखा है. आज हम आपको बताएंगे आखिर कौन हैं विकास दिव्यकीर्ति, जिनकी इतनी चर्चा हो रही है.
Who is Vikas Divyakirti: पिछले तीन दिनों से सोशल मीडिया पर आप डॉ विकास दिव्यकीर्ति और दृष्टि आईएएस कोचिंग सेंटर का नाम खूब देख रहे होंगे. इन दोनों के खिलाफ बड़ी संख्या में लोगों ने मोर्चा खोल रखा है. लोग दिव्यकीर्ति पर कार्रवाई करने और इनके कोचिंग सेंटर दृष्टि को बंद कराने की मांग कर रहे हैं. यह विवाद एक वायरल वीडियो को लेकर हो रहा है, जिसमें दिव्यकीर्ति मां सीता और राम के बीच हुए संवाद को लेकर कुछ कहते दिख रहे हैं. वह इस दौरान भगवान राम की ओर से मां सीता के लिए यूज किए गए एक आपत्तिजनक शब्द का भी इस्तेमाल करते दिख रहे हैं. इस आपत्तिजनक शब्द पर ही इतना बवाल है. इन सबके बीच कई लोग ऐसे हं जो विकास दिव्यकीर्ति और उनके दृष्टि आईएएस के बारे में जानना चाहते हैं.
स्टूडेंट्स के बीच स्टार जैसा रुतबा
अगर आप यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, या फिर यूट्यूब पर कोई एजुकेशन वीडियो सर्च करते हैं तो आपने जरूर डॉ. विकास दिव्यकीर्ति और Drishti IAS के वीडियो को देखा होगा. Drishti IAS यूपीएससी की तैयारी करने वालों के लिए सबसे बड़ा कोचिंग सेंटर माना जाता है. दिल्ली स्थित इस संस्थान के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर विकास दिव्यकीर्ति ही हैं. स्टूडेंट्स के बीच में खासकर यूपीएससी की तैयारी करने वालों के बीच उनका स्टेटस किसी स्टार जैसा ही है. दृष्टि की शुरुआत उन्होंने आईएएस की नौकरी छोड़कर की थी.
आईएएस नौकरी छोड़कर शुरू की कोचिंग
डॉ विकास दिव्यकीर्ति हरियाणा के मध्यम वर्गीय परिवार में 26 दिसंबर 1973 को पैदा हुए. पढ़ने में वह बचपन से ही तेज रहे. इनके माता-पिता दोनों ही हिंदी के प्रोफेसर थे. इन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए की डिग्री ली. हिंदी साहित्य से एमए, एमफिल और फिर पीएचडी भी की. दिव्यकीर्ति ने करियर की शुरुआत दिल्ली यूनिवर्सिटी में एक टीचर के रूप में की, लेकिन 1996 में पहले ही प्रयास में UPSC एग्जाम पास किया. इन्हें IAS ऑफिसर के तौर पर गृह मंत्रालय में तैनाती मिली. कुछ समय तक नौकरी की, लेकिन मन नहीं लगा तो एक साल बाद इस्तीफा दे दिया. बच्चों को पढ़ाना पसंद था, इसलिए उन्होंने कोचिंग सेंटर खोलने का फैसला किया. 1999 में डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने ‘दृष्टि IAS’ कोचिंग इंस्टीट्यूट की शुरुआत की. आज Drishti IAS के यूट्यूब पर 95 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं.
परिवार में पत्नी और एक बेटा
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के परिवार की बात करें तो इनकी पत्नी का नाम तरुण वर्मा हैं और वह भी टीचर ही हैं. दोनों की शादी वर्ष 1998 में हुई थी. इनका एक बेटा है, जिसका नाम सात्विक दिव्यकृति है. पत्नी तरुणा दिव्याकृति दृष्टि कोचिंग में ही पढ़ाती हैं.
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