Career Guidance: इंटरनेट आज लोगों की जरूरत का अहम हिस्सा बन चुका है. कारोबार हो या नौकरी हर काम के लिए करोड़ों लोग इंटरनेट पर रोजाना हर घंटे सर्फिंग करते हैं. सोशल मीडिया पर भरपूर वक्त बिताने वाले नेटिजंस जिनके सोशल मीडिया अकाउंट मॉनिटाइज हैं वो लोग तो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से अच्छी खासी कमाई करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) का पूरा फोकस डिजिटल इंडिया मिशन पर है. आज डिजिटलीकरण की वजह से ऑनलाइन मार्केट अरबों रुपयों का हो चुका है. ऐसे में आप भी डिजिटल वर्ल्ड का हिस्सा बनकर अपनी बेरोजगारी को दूर करने के साथ अपने करियर को चमका सकते हैं.


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बनें डिजिटल फील्ड का हिस्सा


आज एजुकेशन सेक्टर में कई संस्थान और विकल्प मौजूद हैं जहां आप ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग कोर्स को ज्वाइन कर कम समय में मनचाही सफलता पा सकते हैं. 


डिजिटल मार्केटिंग के तौर-तरीके


SEO: यानी सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन- इसके द्वारा आप अपनी खुद की या अपने ऑफिस की किसी भी वेबसाइट को गूगल के पहले पेज पर रैंक करा सकते हैं. Search Engine Optimization में वेबसाइट को अलग-अलग SEO फैक्टर्स के हिसाब से ऑप्टिमाइज (Optimize) किया जाता है जिससे वेबसाइट की रैंकिंग SERP बढ़ जाती है. 


SMM: यानी सोशल मीडिया मार्केटिंग- ये  एक ऐसी मार्केटिंग तकनीक है जिसके द्वारा कोई बिज़नेस, ब्रांड या व्यक्ति अपने सर्विस और प्रोडक्ट को प्रमोट करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करता है. सोशल मीडिया मार्केटिंग डिजिटल मार्केटिंग का ही एक हिस्सा माना जाता है.


PPC: यानी पे पर क्लिक-  इसका मतलब होता है पेड सर्च इंजन मार्केटिंग. इसमें आपको फीस देनी पड़ती है. हर एक क्लिक के, PPC मार्केटिंग में आपको पहले कीवर्ड (Keyword) ढूंढ़ना होता है उसके बाद आपको उसी कीवर्ड पर बिडिंग करनी पड़ती है.


E-Mail Marketing: ई मेल मार्केटिंग-  ई मेल मार्केटिंग डिजिटल दुनिया का सबसे आम और पॉपुलर तरीका है. जिसका इस्तेमाल विज्ञापन हासिल करने के मकसद से व्यावसायिक उत्पादों या सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है. ये मार्केटिंग कंज्यूमर के बीच बिक्री बढ़ाने के लिए एक बेहतर और प्रोफेशनल तरीका माना जाता है. 


Content Marketing: कंटेंट मार्केटिंग-  ये एक मार्केटिंग तकनीक है जिसमें कस्टमर को व्यस्त रखने और रिटेन करने के लिए क्वालिटी कंटेंट जैसे कि आर्टिकल, वीडियोज, पॉडकास्ट, ई मेल, सोशल मीडिया पोस्ट समेत विभिन्न मीडिया तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है. कंटेंट मार्केटिंग आपके ब्रांड विशेषज्ञता को स्थापित करता है. 


Mobile Marketing:  मोबाइल मार्केटिंग- इसे सामान्य तौर पर मार्केटिंग संबंधी संवाद के एक टूल के रूप में देखा जाता है. इसके यूज से कस्टमर्स को किसी तरह के प्रचार, छूट या ऑफर जैसे महत्वपूर्ण बिजनेस संदेशों को बड़े पैमाने पर भेजा जाता है.


Affiliate marketing: एफिलिएट मार्केटिंग -  इस माध्यम में किसी कंपनी द्वारा चलाई जा रही विभिन्न मार्केटिंग पहलों के जरिए उत्पादों का प्रचार कर उस पर आने वाली सेल से इनकम की जाती है. उदाहरण के लिए कोई भी शख्स अमेजन या किसी भी अन्य ई कॉमर्स वेबसाइट पर अपनी कोशिशों से कस्टमर लाकर अपना कमीशन हासिल कर सकता है. इसी को एफिलिएट मार्केटिंग कहते हैं. 


Marketing Analytics: मार्केटिंग एनालिटिक्स - यानी मार्केट के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण करके किसी कंपनी की यूएसपी, कमजोरी, अवसरों और संभावित खतरों की पहचान की जा सकती है. इस जॉब के लिए आजकल अच्छी खासी सैलरी ऑफर की जाती है. 


आप किसी प्रतिष्ठित और एफिलेटेड संस्थान से डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स करके इन चीजों को सीखने के बाद अपना भविष्य संवार सकते हैं.


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