High Salary Package: पढ़ाई पूरी करने के बाद सबसे पहला टारगेट होता है कि एक अच्छी नौकरी कैसे मिले, कैंपस कैसे हो और बड़ी कंपनी में सेलेक्शन कैसे हो. इसके लिए स्टूडेंट्स अपनी पढ़ाई पर पूरा फोकस करते हैं. क्योंकि कॉलेज से निकलकर जब आप नौकरी करने जाते हैं तो अच्छे पैकेज के बिना काम चलाना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में स्टूडेंट्स 12वीं के बाद से ही इस बारे में सोचने लगे हैं और इसके लिए वह कुछ भी करने के लिए तैयार हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे ही कोर्सेज के बारे में बता रहे हैं जिनके लिए स्टूडेंट्स IIT भी छोड़ने को तैयार हैं. 


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इस सबके पीछे सिर्फ एक ही कारण है कि कोर्स को करने के बाद ज्यादा सैलरी मिल सके. देश में IIT को इंजीनियरिंग के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. लेकिन अब इन बेस्ट में भी स्टूडेंट्स को खामी नजर आ रही है. जिन स्टूडेंट्स का जेईई एडवांस क्लियर हुआ उन्हें कंप्यूटर साइंस नहीं मिल रही थी इसलिए वह आईआईटी भी छोड़ने के लिए तैयार हो गए हैं. 


IIT छोड़ने के बाद स्टूडेंट्स IIIT एनआईटी और बीआईटीएस जैसे इंस्टीट्यूट्स में एडमिशन लेने के लिए जा रहे हैं. जेएसएए के रिकॉर्ड के मुताबिक JEE एडवांस में टॉप 100 रैंक लाने वालों में से 97 स्टूडेंट्स ने अपनी आगे की पढ़ाई के लिए कंप्यूटर साइंस को चुना. इसमें एक और बात सामने आई है कि जो स्टूडेंट्स कोर इंजीनियरिंग की ब्रांच में रजिस्टर हैं वह भी इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के सेक्टर में जाना चाहते हैं क्योंकि आगे चलकर यहां पैकेज अच्छा मिलेगा. 


स्टूडेंट्स को ऐसा लग रहा है कि कोर इंजीनियरिंग में पैसा नहीं है. विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसा होना गलत है मतलब यह ट्रेंड गलत है. क्योंकि इसकी वजह से कोर इंजीनियरिंग की वेल्यू कम हो रही है. एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि पेरंट्स बिना सोचे समझे फैसला ले रहे हैं और प्राइवेट कॉलेज भी अलग अलग तरह के कंप्यूटर साइंस के कोर्सेज में एडमिशन दे रहे हैं. इसके संबंध में कानून बनाने की जरूरत है.


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