UP में आमने सामने हुए SP-AIMIM अध्यक्ष: अखिलेश ने कैंसिल कर दिया रोड शो तो ओवैसी ने ले लिए मजे
Asaduddin owaisi: उत्तर प्रदेश में आज असदुद्दीन ओवैसी और अखिलेश यादव आमने सामने होने से बच गए. हालांकि बाद में अखिलेश यादव ने अचानक रोड शो कैंसिल कर दिया. जिसपर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि शेर की दहाड़ के सामने कुछ नहीं कर पाएंगे.
Akhilesh Vs Owaisi: वैसे तो उत्तर प्रदेश उपचुनाव में योगी वर्सेज अखिलेश की सीधी जंग मानी जा रही है लेकिन इस जंग में एक और किरदार है जो अखिलेश यादव को टेंशन दे रहा है और वो हैं असदुद्दीन ओवैसी. आज चुनाव प्रचार के आखिरी दिन अखिलेश और ओवैसी मुजफ्फरनगर में थे, दोनों मीरापुर सीट पर चुनाव प्रचार कर रहे थे. अखिलेश यादव ने मीरापुर और कुंदरकी दोनों जगह रोड शो भी किया और रैली भी. असदुद्दीन ओवैसी ने भी मीरापुर में चुनावी सभा की और अखिलेश यादव पर जी भरकर कटाक्ष किये.
वैसे समझने वाली बात ये है कि यूपी उपचुनाव हो या महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, अखिलेश यादव और असदुद्दीन ओवैसी के बीच छत्तीस का आंकड़ा है. यूपी में ओवैसी अखिलेश का और महाराष्ट्र में अखिलेश यादव ओवैसी का गेम कैसे चौपट करने में जुटे हैं ये पूरी चुनावी मुहिमों में देखा गया है. यूपी उपचुनाव में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन अखिलेश यादव और असदुद्दीन ओवैसी दोनों को मुजफ्फरनगर की कुंदरकी और मीरापुर दोनों सीट पर चुनाव प्रचार करना था. लेकिन अखिलेश यादव ने ऐन टाइम पर मीरापुर का रोड शो कैंसिल कर दिया तो औवैसी ने मंच से खड़े होकर मजे ले लिये. ओवैसी ने कहा,'अच्छा मालूम हुआ है कि भैया ने कहा है कि शेर की दहाड़ के सामने कुछ नहीं कर पाएंगे. इसका मतलब समाजवादी पार्टी मान चुकी है, ये समझ लीजिये.'
'चुनाव के बाद दरी बिछवाएंगे अखिलेश'
अखिलेश यादव ने मीरापुर से किनारा क्यों किया? इसको लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं लेकिन इस बात की जबरदस्त चर्चा है कि अखिलेश यादव औवेसी को ज्यादा भाव नहीं देना चाहते. वैसे अखिलेश यादव तो असदुद्दीन ओवैसी का नाम सार्वजनिक रूप से लेने से भी बचते हैं लेकिन ओवैसी के साथ उल्टा है. वो खुलकर अखिलेश यादव पर हमला करते हैं. ओवैसी ने कहा कि आजम खान जेल को चले गये. अब्दुल्ला जेल को चले गये. मगर भैया नहीं जाएंगे. भैया चुनाव के बाद बोलेंगे ऐ दरी बिछाओ. आज रोड शो करने आ रहे हैं अखिलेश आपने गलत टाइम लिया आपने आने का.
अखिलेश की चिंता ओवैसी की उम्मीद:
वैसे तो यूपी के उपचुनाव में AIMIM तीन विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है लेकिन असदुद्दीन ओवैसी ने सिर्फ मीरापुर और कुंदरकी सीट पर प्रचार किया. उन्होंने ऐसा क्यों किया ये भी समझिये. कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र में करीब 65 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं जो नतीजा तय करते हैं. मीरापुर विधानसभा सीट पर 40 फीसदी मुस्लिम वोट हैं. ऐसे में असदुद्दीन ओवैसी मुस्लिम वोटों को अपनी तरफ खींचकर राज्य में अपनी पार्टी को मजबूत करने में जुटे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में कुंदरकी में ओवैसी की पार्टी को करीब चौदह हजार वोट मिले थे. अखिलेश के लिए यही चिंता की बात है और ओवैसी के लिए यही उम्मीद की बात है.
महाराष्ट्र चुनाव से है कनेक्शन:
वैसे यूपी उपचुनाव में ओवैसी वर्सेज अखिलेश के बीच मुकाबले का सीधा कनेक्शन महाराष्ट्र चुनाव से है. दरअसल महाराष्ट्र में AIMIM के दो विधायक हैं. एक मालेगांव से और दूसरे धुले से. इस बार अखिलेश ने भी इन दोनों सीटों पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार खड़े किये हैं. इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने दोनों जगहों पर जाकर चुनाव प्रचार भी किया है. इसलिए ओवैसी ने भी अखिलेश से बदला लेने के लिए यूपी के उपचुनाव में अपने उम्मीदवार उतार दिये.
पुराना है अखिलेश ओवैसी की टशन?
अखिलेश और ओवैसी के बीच छत्तीस का आंकड़ा पुराना है. बात उन दिनों की है जब अखिलेश यादव यूपी के मुख्यमंत्री थे. असदुद्दीन ओवैसी ने उनकी सरकार में कई जगहों पर कार्यक्रम करने की कोशिश की लेकिन हर बार क़ानून व्यवस्था ख़राब होने के नाम पर उन्हें सभा करने की इजाज़त नहीं मिली. अखिलेश यादव को लगता है कि AIMIM बीजेपी की बी-टीम है. ओवैसी के प्रचार करने से सांप्रदायिक ध्रुवीकरण हो जाता है. वैसे तो विधानसभा से लेकर पंचायत तक के चुनाव तक ओवैसी की पार्टी यूपी में लड़ चुकी है. हालांकि कोई खास कामयाबी नहीं मिली है लेकिन ये जनता है जो कब किसे सिर माथे पर बैठा ले कहा नहीं जा सकता. इसलिए अखिलेश टेंशन में हैं.