Balaghat Loksabha Seat Chunav 2024: मध्य प्रदेश की बालाघाट लोकसभा सीट का चुनावी इतिहास कई राजनीतिक दलों के वर्चस्व का प्रतीक रहा है. 1952 में पहली बार हुए चुनाव में कांग्रेस के चिंतामन राव गौतम ने जीत हासिल की. 1962 में, प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के भोलाराम पारधी ने बाजी मारी, जो पूर्व मंत्री गौरी शंकर बिसेन के नाना थे. 1977 में, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के कचरूलाल हेमराज जैन सांसद बने. उस समय, भारतीय राजनीति में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया का दबदबा था. 1989 में, निर्दलीय उम्मीदवार कंकर मुंजारे ने भी जीत हासिल की.


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1962 में, प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के भोलाराम पारधी ने जीत हासिल कर इस सीट पर पहली बार अपनी पार्टी का परचम लहराया.
1977 में, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के कचरूलाल हेमराज जैन ने जीत हासिल की, जो उस समय भारतीय राजनीति में प्रभावशाली दल थे.
1989 में, निर्दलीय प्रत्याशी कंकर मुंजारे ने भी इस सीट पर जीत हासिल की, जो इस सीट पर किसी निर्दलीय उम्मीदवार की पहली जीत थी.


1998 से बीजेपी का वर्चस्व:
1998 से, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बालाघाट में अपना वर्चस्व स्थापित किया. पहले गौरी शंकर बिसेन फिर 1999 में, प्रहलाद पटेल सांसद चुने गए, जिनके बाद केडी देशमुख और बोध सिंह भगत ने भी जीत हासिल की. 2019 के लोकसभा चुनाव में, डॉक्टर ढाल सिंह बिसेन बीजेपी के टिकट पर जीते.


बालाघाट: प्रकृति, इतिहास और संस्कृति का संगम
मध्य प्रदेश का बालाघाट लोकसभा क्षेत्र अपनी समृद्ध संस्कृति, विविधतापूर्ण भौगोलिक परिदृश्य और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है. यह क्षेत्र गंगा नदी की गोद में बसा हुआ है और मध्य प्रदेश के दक्षिण-पूर्व में स्थित है. शांत और बेहद सुंदर यह इलाका पर्यटकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य है.


प्राकृतिक सुंदरता:
सतपुड़ा पर्वतमाला के किनारे पर स्थित बालाघाट का 50 प्रतिशत भूभाग वनों से भरा हुआ है. यहां का प्राकृतिक परिदृश्य मनमोहक है. शांत झरने, घने जंगल और ऊंचे पहाड़ इस क्षेत्र को एक प्राकृतिक स्वर्ग बनाते हैं..


सांस्कृतिक विरासत:
बालाघाट का इतिहास भी काफी समृद्ध है. यहां कई प्राचीन मंदिर और किले हैं जो इस क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत का प्रमाण हैं. किरनाई मन्दिर, रामपायली का प्राचीन मंदिर, ज्वाला देवी मंदिर, बाहकल का प्राचीन देवी मंदिर यहां के प्रमुख धार्मिक स्थल हैं. हट्टा की बावड़ी और लांजी का प्राचीन किला भी इस क्षेत्र की ऐतिहासिकता का बयान करते हैं.


पर्यटन:
बालाघाट में पर्यटन के लिए कई आकर्षक स्थल हैं. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान यहां का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. इसके अलावा, हट्टा की बावड़ी, लांजी का प्राचीन किला, किरनाई मन्दिर, रामपायली का प्राचीन मंदिर, ज्वाला देवी मंदिर, बाहकल का प्राचीन देवी मंदिर भी पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय हैं.


बालाघाट प्रकृति, इतिहास और संस्कृति का संगम है. यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए एक आदर्श गंतव्य है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध संस्कृति और विविधतापूर्ण भौगोलिक परिदृश्य पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं.


मतदाताओं की संख्या..जातिगत समीकरण..
फिलहाल बालाघाट लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 13 लाख 14,181 हैं, जिसमें पुरुष मतदाता 6,54000 और महिला मतदाता 6,59000 हैं. बालाघाट लोकसभा सीट में दो जिलों यानी सिवनी और बालाघाट की 8 विधानसभा सीटें शामिल हैं. जिसमें बैहर, लांजी, परसवाड़ा, बालाघाट, वारासिवनी, कटंगी, बरघाट और सिवनी शामिल हैं. जातिगत समीकरण के आधार पर देखें तो, एससी-एसटी 55.7 फीसदी, सामान्य 13.4 फीसदी, ओबीसी 21.2 फीसदी, अल्पसंख्यक 8.4 फीसदी जबकि अन्य 6.7 फीसदी हैं.


लोकसभा सीट पर चुनाव दर चुनाव जीत का इतिहास


साल विजयी उम्मीदवार​ पार्टी
1952 Chintaman Rao Gautam Congress
1957 Chintaman Rao Gautam Congress
1962 Bholaram Ramaji Praja Socialist Party
1967 Chintaman Dhivruji Congress
1971 Chintaman Dhivruji Congress
1977 Kacharu Lal Hemraj Jain Republican Party of India (K)
1980 Nandkishore Sharma Congress (I)
1984 Nandkishore Sharma Congress 
1989 Kankar Munjare Independent
1991 Vishveshwar Bhagat Congress 
1996 Vishveshwar Bhagat Congress 
1998 Gaurishankar Bisen BJP
1999 Prahlad Patel BJP
2004 Gaurishankar Bisen BJP
2007 Chandra Pratap Singh BJP
2009 K. D. Deshmukh BJP
2014 Bodh Singh Bhagat BJP
2019 Dhal Singh Bisen BJP

 


2024 का समीकरण क्या है? भारती पारधी बनाम सम्राट सिंह
मध्य प्रदेश के बालाघाट संसदीय क्षेत्र से बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही चुनाव की तैयारी में जुटे हैं ताबड़तोड़ प्रचार चल रहा है. बीजेपी से गौरीशंकर बिसेन का भी संभावित उम्मीदवारों में नाम चल रहा था लेकिन इस सीट से बीजेपी ने चौंकाते हुए महिला पार्षद भारती पारधी को मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस ने जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राट सिंह को टिकट दिया है. भारती पारधी पवार समाज से आती हैं. बालाघाट में इस समाज का बड़ा वोट बैंक है, शायद यही कारण है कि उन पर दांव आजमाया गया है..  


Candidates in 2024 Party Votes Result
Bharti Pardhi BJP    
Samrat Singh Congress