Chunavi Kissa: तब वाजपेयी के पास नहीं थे अमेरिका में इलाज के पैसे, एक कांग्रेसी ने की थी मदद
Kissa Kursi Ka: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की खबर सुनकर अटल बिहारी वाजपेयी काफी दुखी हो गए थे. लोकसभा चुनाव चल रहे थे लेकिन उन्होंने राजीव गांधी की तारीफ की थी. तब उन्होंने बताया था कि वह राजीव गांधी के कारण ही जीवित हैं.
Lok Sabha Chunav 2024: आजकल राजनीति में ऐसे उदाहरण शायद ही मिलते होंगे. अटल बिहारी वाजपेयी को 'राजनीति का अजातशत्रु' यूं ही नहीं कहा जाता था. सच में उनका कोई शत्रु नहीं था. विपक्ष में भी उनके दोस्त हुआ करते थे. 1991 में जब पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की बम धमाके में हत्या की खबर आई तो अटल भावुक हो गए. उस समय उन्होंने देशवासियों को बताया था कि वह राजीव गांधी की बदौलत ही जिंदा हैं. आज की पीढ़ी को शायद यह जानने में दिलचस्पी होगी कि तब कांग्रेस नेता राजीव गांधी ने भाजपा के दिग्गज नेता के लिए ऐसा क्या किया था, जिसकी आज भी चर्चा होती है. मिसालें दी जाती हैं.
...राजीव के कारण जिंदा हूं
इलेक्शन सीजन में तो कोई नेता विरोधी दल के नेता की तारीफ सपने में भी नहीं करता होगा. हालांकि अटल बिहारी वाजपेयी ने 1991 में एक इंटरव्यू में कहा था, 'अगर राजीव गांधी न होते तो मैं आज जीवित न होता.' वह राम मंदिर आंदोलन का दौर था. भाजपा अपनी सियासी जमीन मजबूत करने की कोशिश कर रही थी. सत्ता से वह कोसों दूर थी. हालांकि वाजपेयी ने कांग्रेस नेता की तारीफ की थी.
अटल को थी किडनी की बीमारी
वाजपेयी ने 1988 की वह घटना बताई. उन्हें किडनी की एक गंभीर बीमारी ने जकड़ लिया था. तब देश में इसका इलाज संभव नहीं था. डॉक्टरों ने अटल को सलाह दी कि वह अमेरिका जाएं तो वहां इलाज हो सकता है. हालांकि समस्या पैसों की थी. अटल के पास इतने पैसे नहीं थे.
राजीव ने वाजपेयी को बुलाया
तत्कालीन पीएम राजीव गांधी को यह बात पता चली. उन्होंने वाजपेयी को अपने दफ्तर में बुलाया. राजीव ने कहा कि आप संयुक्त राष्ट्र के लिए न्यूयॉर्क जाने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल किए जा रहे हैं. वाजपेयी तब राज्यसभा के सदस्य थे. राजीव ने कहा कि आपको अमेरिका जाना है. उम्मीद है आप इस मौके का लाभ अपनी सेहत के लिए भी उठाएंगे. उनका इशारा किडनी की बीमारी के इलाज की तरफ था.
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बताते हैं कि राजीव गांधी ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि जब तक अटल बिहारी वाजपेयी की किडनी का इलाज न हो जाए, अमेरिका में उनके रुकने का पूरा इंतजाम किया जाए. अटल ने बताया था कि इलाज का सारा खर्चा सरकार ने उठाया था.
1991 के चुनावों में अटल ने राजीव की तारीफ करने की हिम्मत दिखाई थी लेकिन राजीव गांधी ने जीते जी कभी इस बात की चर्चा नहीं की. उन्होंने कभी अटल के इलाज का क्रेडिट नहीं लिया. अमेरिका से लौटने के बाद अटल स्वस्थ हो गए थे.
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