Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान से ठीक पहले गुलाम नबी आजाद ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लेकर सभी को चौंका दिया है. डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है. आजाद के नाम वापस लेने के बाद मोहम्मद सलीम पारे अनंतनाग-राजौरी सीट से पार्टी के उम्मीदवार होंगे.


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आजाद ने नाम वापस लिया


डीपीएपी के कश्मीर क्षेत्र के अध्यक्ष मोहम्मद अमीन भट ने कहा कि पार्टी ने अब अपने नेता मोहम्मद सलीम पर्रा को सीट से मैदान में उतारने का फैसला किया है. पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता मियां अल्ताफ अनंतनाग-राजौरी संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. भट ने अनंतनाग में संवाददाताओं से कहा, 'आजाद (अनंतनाग-राजौरी सीट से) चुनाव नहीं लड़ेंगे.'


पार्टी ने क्या कहा..


उन्होंने कहा, “आज़ाद के साथ एक बैठक हुई और फैसला लिया गया कि वकील सलीम पर्रा अनंतनाग-राजौरी सीट से डीपीएपी उम्मीदवार होंगे.” डीपीएपी नेता ने कहा कि आजाद के पास चुनाव न लड़ने के कुछ कारण हैं. हालांकि उन्होंने उन कारणों का खुलासा नहीं किया. भट ने कहा, 'उन्होंने (बैठक में) कुछ कारण बताए और फिर हमने पर्रा को सीट से मैदान में उतारने का फैसला किया.'


जब आजाद ने चुनाव लड़ने का किया था ऐलान..


डीपीएपी ने दो अप्रैल को घोषणा की थी कि आजाद अनंतनाग-राजौरी सीट से चुनाव लड़ेंगे. इस ऐलान के साथ आजाद ने कहा था कि वह जम्मू-कश्मीर के लिए राज्य का दर्जा बहाल करने और यहां के लोगों की जमीन और नौकरी के अधिकारों की सुरक्षा के लिए अपनी लड़ाई जारी रखने के लिए आगामी लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. जम्मू-कश्मीर के लोगों की नौकरियों और जमीन की सुरक्षा करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है.


19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान


बता दें कि सात चरण के लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल को शुरू होंगे और वोटों की गिनती 4 जून को होगी. 19 अप्रैल से शुरू होकर 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून तक सात चरण में मतदान की प्रक्रिया समाप्त होगी. 4 जून को नतीजे की घोषणा होगी.