Cash For Vote: `एक वोट की कीमत 1000 से 5000 रुपये...` मतदान से पहले यहां मचा बवाल
Andhra Pradesh Lok Sabha Election: गंदा है पर धंधा है ये... यह गीत चुनाव में भी लोगों को याद आ रहा है. आंध्र प्रदेश में चुनाव के समय वोटरों को एक से पांच हजार रुपये तक कैश बांटने के आरोप लगे हैं. खुलासा तब हुआ जब वोटिंग से ठीक पहले कुछ जगहों पर लोग सड़क पर उतर आए. उन्होंने कहा कि सबको पैसे मिला तो उन्हें क्यों नहीं मिला.
Lok Sabha Chunav Cash Distribution: आज वोटिंग से कुछ घंटे पहले आंध्र प्रदेश में कम से कम पांच जगहों पर काफी हंगामा हुआ. लोग नेताओं से पैसे की डिमांड करने लगे, जो उनसे वोट के बदले देने को कहा गया था. वैसे तो यह पूरी तरह अवैध और गलत है लेकिन इस राज्य के लिए कोई नई बात नहीं. दिलचस्प यह है कि जिस तरह से महंगाई बढ़ी है, उसी तरह से एक वोट की कीमत भी बढ़ती गई. जी हां, TOI की रिपोर्ट के मुताबिक कई विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों में वोट के बदले कैश की कीमत 1,000 से लेकर 6,000 रुपये तक है.
आज प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों के साथ-साथ 175 विधानसभा सीटों के लिए भी मतदान हो रहा है. इससे पहले शनिवार को प्रचार का शोर थम गया था लेकिन कुछ जगहों पर कथित रूप से रुपये बांटने का खेल जारी रहा. पलनाडू के सतेनापल्ली में 18वें वार्ड के वोटरों ने सड़क पर उतरकर हंगामा करना शुरू कर दिया. उन्होंने दावा किया कि उन्हें रुपये देने का वादा किया गया था लेकिन अब तक नहीं मिला.
कुछ ऐसा ही सीन पीठापुरम में देखने को मिला. एक कैंडिडेट के दफ्तर के पास वोटरों की भीड़ जमा हो गई. कहा गया कि पार्टी के समर्थकों ने हर वोटर को कथित रूप से 5,000 रुपये देने का वादा किया था लेकिन कुछ महिलाओं को अब तक पैसे नहीं मिले. इसके विरोध में प्रदर्शन शुरू हो गए. हालात इतने बढ़ गए कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और लोगों को तितर-बितर करना पड़ा.
एक वोट की कीमत
ओंगोल में दावा किया गया कि एक वोट के बदले 5,000 रुपये बांटे गए. कुछ लोग छूट गए तो उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया. ईस्ट गोदावरी जिले के कोंडेवरम गांव में प्रोटेस्ट हुआ है. कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि सबको पैसा मिला लेकिन वे रह गए.
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विजयवाड़ा में भी कैश बांटे जाने के आरोप लगे. TOI की रिपोर्ट के मुताबिक एक एमएलए कैंडिडेट ने अपने करीबी को भेजा था कि वोट के लिए 1000-1000 रुपये बांट दिए जाएं. जिन उम्मीदवारों के ऑफिस नहीं थे, उनकी तरफ से किसी एक जगह पर लोगों से इकट्ठा होने और 1000 से 1500 रुपये बांटने की बात कही गई.
कहा जा रहा है कि पार्टियों में इस बार होड़ भी देखी गई. कुछ नेताओं की मुश्किलें इसलिए भी बढ़ गईं जब पता चला कि विरोधियों ने 500 से 1000 रुपये ज्यादा बाटें हैं. शहरी वोटरों के ग्रुप जैसे वेलफेयर कमेटी, अपार्टमेंट में रहने वालों ने नए जनरेटर, सोलर पावर, एक्स्ट्रा जनरेटर जैसी चीजों तक की डिमांड कर दी.