Sultanpur Lok Sabha Chunav: सुल्तानपुर लोकसभा सीट पर 48 घंटे बाद वोटिंग होनी है. अब तक चुनाव प्रचार से दूर रहे वरुण गांधी भी आज मां के लिए कैंपेन कर रहे हैं. इससे पहले वरुण के राजनीतिक भविष्य को लेकर पूछे गए सवाल पर भाजपा उम्मीदवार मेनका गांधी ने स्पष्ट जवाब दिया. उन्होंने कहा कि काबिलियत से रास्ता बन जाएगा. 


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अपनी-अपनी किस्मत...


सुल्तानपुर की चुनावी फाइट पर उन्होंने कहा कि हर कैंडिडेट सोचता है कि वह जीतेगा, मैं भी अलग नहीं हूं. जब उनसे वरुण गांधी का भाजपा से टिकट कटने पर नाराजगी की बात की गई तो वह सवाल टाल गईं. राहुल गांधी को बड़ा नेता बनाने की कोशिश हो रही है और वरुण गांधी को मौका नहीं मिला, जब इस पर सवाल किया गया तो मेनका ने साफ कहा कि सबके अपने-अपने रास्ते हैं, अपनी-अपनी किस्मत है.


एक बार फिर जब 'मौका नहीं मिलने' की बात की गई मेनका गांधी ने कहा कि अगर काबिलियत है तो सब अपना रास्ता ढूढेंगे... वह (वरुण) अपना रास्ता बनाएगा. बाकी मैं एक और दूसरे की काबिलियत पर कभी नहीं बोलती हूं. सबके अपने-अपने रास्ते हैं, सबके अपने-अपने तरीके हैं. उनका जवाब राहुल और वरुण की तुलना को लेकर था. 


मैं वरुण को खुश देखना चाहती हूं...


उन्होंने कहा कि यह गलतफहमी होती है कि हर पार्टी को केवल सांसद चलाते हैं. इस पार्टी में 1 करोड़ सदस्य हैं. एमपी कितने हैं 200, 300, 400. बाकी क्या नेता नहीं हैं? काबिलियत है तो जरूर रास्ता बनेगा. एक मां अपने बेटे को किस लेवल पर देखना चाहती है? मेनका गांधी ने कहा कि मैं उसे खुश देखना चाहती हूं.


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इससे पहले एक चैनल को दिए इंटरव्यू में मेनका ने कहा था कि वरुण गांधी का इंटेलिजेंस लेवल बहुत हाई है, किस्मत भी तो एक चीज होती है.


विपक्षी INDIA गठबंधन यूपी में 79 सीटें जीतने का दावा कर रहा है, यह सुनकर मेनका गांधी ने मुस्कुराते हुए कहा कि चलो सुल्तानपुर तो नहीं जीतेंगे. एक दिन पहले सुल्तानपुर में मेनका के समर्थन में योगी आदित्यनाथ ने रैली की थी. सुल्तानपुर में 25 मई को मतदान होना है. 


किसी से कोई बैर नहीं... सुल्तानपुर में बोले वरुण गांधी


सुल्तानपुर में अपनी मां के लिए कैंपेनिंग करते हुए आज वरुण ने कहा कि मेनका जी को पूरे क्षेत्र में लोग माताजी के नाम से बुलाते हैं. मां परमात्मा के बराबर की शक्ति होती है. आज मैं अपनी मां नहीं बल्कि सुल्तानपुर की मां के लिए समर्थन जुटाने आया हूं. मां की डांट में भी आशीर्वाद होता है... देश में अब सुल्तानपुर का नाम प्रथम पंक्ति में लिया जाता है. 


उन्होंने कहा कि सुल्तानपुर को ऐसा व्यक्ति चाहिए जो सुल्तानपुर को परिवार माने. हम खून के रिश्ते का वादा करते हैं यहां का कोई व्यक्ति अकेला नहीं होगा. पीलीभीत में सबके पास मेरा नंबर है पूरे सुल्तानपुर में किसी से हमारा गुस्सा नहीं. हमारे सामने जो चुनाव लड़ेंगे, वह बीमार पड़ेंगे तो सबसे पहले हम ही मदद करेंगे. किसी से कोई बैर नहीं है जब मैं यहां पहली बार आया तो यहां से पिता की खूशबू आई थी कभी कोई संकट आए कोई भी दिक्कत आए कोई अकेला नहीं होना चाहिए.