MDMK MP Ganeshamurthi suicide: एमडीएमके सांसद ए गणेशमूर्ति की अस्पताल में मौत हो गई. 24 मार्च को उनके इरोड आवास पर कथित आत्महत्या के प्रयास के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट देने से इनकार कर दिया गया था. परिवार का कहना है कि चुनाव में टिकट न मिलने से गणेशमूर्ति काफी तनाव में थे.


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जानें कौन हैं सांसद ए गणेशमूर्ति
अविनाशी गणेशमूर्ति का जन्म 10 जून 1947 को हुआ था. जो तमिलनाडु के द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के नेता थे. तीन बार वह सांसद रह चुके हैं. जिसमें इरोड लोकसभा सीट से दो बार 2019 और 2009 सांसद थे. एक बार 1998 में पलानी से सांसद चुने गए थे.

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24 मार्च को खाया था जहर
इरोड लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद ए. गणेशमूर्ति ने 24 मार्च को जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था. हालत बिगड़ी तो परिवार को पता चला. तत्काल उन्हें अस्पताल ले जाया गया.  लेकिन आज सुबह 5 बजे उनकी डेथ हो गई. सांसद गणेशमूर्ति 77 साल के थे. 
 



एमडीएमके को बड़ा झटका, टिकट नहीं मिलने पर तनाव
गणेशमूर्ति  की मौत से लोकसभा चुनाव से पहले एमडीएमके को बड़ा झटका लगा है. उनके परिवार वालों का कहना है कि जबसे उनका टिकट कटा था वह परेशान रहने लगे थे. उनके परिवार के सदस्यों ने बताया‌ कि 74 वर्षीय गणेशमूर्ति ने कथित तौर पर एक कीटनाशक का खा लिया था और अब वो आईसीयू में थे.


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इरोड से किसे मिला टिकट
डीएमके ने इरोड से युवा नेता ई प्रकाश को टिकट दिया है. प्रकाश को तमिलनाडु के मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन का करीबी माना जाता है. 

अस्पताल में पहुंचे थे बड़े नेता
सांसद गणेशमूर्ति की जब तबीयत खराब हुई इसके बाद कोयंबटूर के निजी अस्पताल में उनसे मिलने के लिए कई नेता गए थे. इनमें डीएमके के नेता एस मुथुसामी, राज्य के शहरी विकास एवं आवास तथा आबकारी और निषेध मंत्री, डॉ. सी सरस्वती, मोडाकुरिची से बीजेपी विधायक, एआईएडीएमके नेता केवी रामलिंगम और कुछ अन्य लोग शामिल थे. 


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2 लाख वोटों  से जीता था चुनाव
2019 के लोकसभा में चुनावों में उन्होंने अपने निकटतम एआईएडीएमके प्रतिद्वंद्वी जी.मणिमारन को हराकर 2,10,618 वोटों के अंतर से सीट जीती थी.

पार्टी का क्या है कहना
एमडीएमके नेता वाइको ने रविवार को बताया था कि पार्टी की कोर टीम ने लंबी चर्चा के बाद यह फैसला किया गया था. उन्होंने बताया कि गणेशमूर्ति और वाइको के बेटे दुरई के नामों पर फैसला करने के लिए एक आंतरिक मतदान भी हुआ था. वाइको ने कहा कि हम गणेशमूर्ति के लिए डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से बात करना चाहते थे. लेकिन इसके पहले उनकी यह सूचना आ गई.


पुलिस कर रही जांच
गणेशमूर्ति के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए इरोड के पेरुंदुरई के एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया. उनके पार्थिव शरीर को सार्वजनिक श्रद्धांजलि के लिए रखा जाएगा. स्थानीय पुलिस गणेशमूर्ति की कथित आत्महत्या की कोशिश की परिस्थितियों की जांच कर रही है.