Election results: लोकसभा चुनाव 2024 में कुल 24 मुस्लिम सांसद चुने गए हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में इस साल दो कम हैं. दिलचस्प बात यह है कि इसमें से एक भी सांसद बीजेपी नेतृत्व वाले गठबंधन एनडीए से ताल्लुक नहीं रखते हैं. 24 लोकसभा सांसदों में 21 विपक्षी समूह इंडिया गठबंधन के दलों से हैं. नौ मुस्लिम सांसदों के साथ कांग्रेस सबसे आगे है. उसके बाद पांच मुस्लिम सांसद तृणमूल कांग्रेस के हैं. चार मुस्लिम सांसद समाजवादी पार्टी से दो इंडियन मुस्लिम लीग से और एक नेशनल कॉन्फ्रेंस से संबंध रखते हैं. इसके अलावा एक मुस्लिम सांसद AIMIN पार्टी से  स्वयं असदुद्दीन ओवैसी हैं. दो मुस्लिम सांसद निर्दलीय चुने गए हैं. निर्दलीय सांसद में बारामूला से इंजीनियर राशिद और लद्दाख से मोहम्मद हनीफा हैं.


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मुसलमानों की हिस्सेदारी 5 प्रतिशत से भी कम


इस तरह इस बार लोकसभा में मुसलमानों की हिस्सेदारी घटकर केवल 4.42 प्रतिशत हो गई है. यह अब तक की दूसरी सबसे कम हिस्सेदारी है. पिछले तीन लोकसभा चुनावों में मुस्लिम सांसदों का अनुपात 5 प्रतिशत से भी नीचे चला गया है.  1980 के लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा रिकॉर्ड 49 मुस्लिम सांसद (सदन का 9.04%) जीते थे. इसके बाद 1984 के लोकसभा चुनाव में 45 मुस्लिम सांसद (सदन का 8.3%) चुने गए थे. इसके बाद से कभी भी मुस्लिम सांसदों की संख्या 40 से अधिक नहीं हुई है. 2011 की जनसंख्या के मुताबिक, भारत में कुल मुस्लिम आबादी 14 प्रतिशत है. 


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देश की प्रमुख पार्टियों से मुस्लिम उम्मीदवार की बात करें तो इस साल 2014 और 2019 की तुलाना में कम मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में थे. 2014 में 11 प्रमुख पार्टियों ने कुल 82 मुस्लिम उम्मीदवार खड़े किए थे. जिनमें से 16 उम्मीदवार जीतने में सफल रहे थे. वहीं, 2019 में इन पार्टियों ने 115 उम्मीदवार मैदान में उतारा था, इस बार भी कुल 16 उम्मीदवार ही जीत सके थे.


1952 से अब तक किस लोकसभा में कितने मुस्लिम सांसद?


साल मुस्लिम सांसदों की संख्या
1952 25
1957 23
1962 26
1967 28
1971 28
1977 32
1980 49
1984 45
1989 33
1991 29
1996 27
1998 28
1999 32
2004 35
2009 28
2014 23
2019 26
2024 24

65 लोकसभा क्षेत्र में कम से कम एक चौथाई मुस्लिम


2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, देश भर में 65 लोकसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां मुसलमानों की आबादी कुल आबादी का कम से कम 25% है. साथ ही 14 लोकसभा क्षेत्र ऐसे हैं जहां उनकी आबादी कम से कम आधी है. लक्षद्वीप में मुसलमानों का अनुपात सबसे अधिक 96.58% है.


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2019 और 2024 के लोकसभा चुनाव में इन 65 लोकसभा सीटों में से सबसे ज्यादा भाजपा बीजेपी ने जीती है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने इन 65 सीटों में से 25 तो 2014 के लोकसभा चुनाव में 20 सीटों पर जीत दर्ज की है. कांग्रेस ने 2019 में इन 65 में से 12 सीटें और 2024 में 13 सीटें जीतीं. इसके बाद टीएमसी ने क्रमशः 10 और 12 सीटें और सपा ने 3 और 8 सीटें जीतीं हैं.


सिर्फ 2 मुस्लिम सांसदों का अलग समीकरण


2019 लोकसभा चुनाव में इन 65 निर्वाचन क्षेत्रों में से केवल 19 पर ही मुस्लिम सांसद चुने गए थे. हालांकि, इस साल यह आंकड़ा 22 है. इस लोक सभा चुनाव में दो ऐसे मुस्लिम सांसद भी चुने गए हैं जिनके निर्वाचन क्षेत्र में मुस्लिम आबादी एक चौथाई से भी कम है. उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से सपा के उम्मीदवार अफजल अंसारी ने जीत दर्ज की है. यहां मुस्लिम आबादी लगभग 10 फीसदी है. इसके अलावा तमिलनाडु के रामनातपुरम में मुस्लिम आबादी 11.84 प्रतिशत है. यहां से भी मुस्लिम सांसद चुने गए हैं. 


2019 के लोकसभा चुनाव में ऐसे सात मुस्लिम सांसद चुने गए थे, जहां उनके निर्वाचन क्षेत्र में मुस्लिम आबादी एक चौथाई से कम है.