Maharashtra: बच गया तू..चल पैर छू, चुनाव खत्म होते ही गर्मजोशी से मिले चाचा-भतीजा!
Maharashtra Elction Result: महाराष्ट्र में राजनीतिक खेमेबंदी और चुनावी तनाव के बीच शरद पवार गुट के विधायक रोहित पवार और उनके चाचा अजित पवार के बीच एक मुलाकात ने सभी का ध्यान खींचा.
Maharashtra Elction Result: महाराष्ट्र में राजनीतिक खेमेबंदी और चुनावी तनाव के बीच शरद पवार गुट के विधायक रोहित पवार और उनके चाचा अजित पवार के बीच एक मुलाकात ने सभी का ध्यान खींचा. इस मुलाकात में ना सिर्फ पुराने गिले-शिकवे दूर हुए, बल्कि चाचा-भतीजे के रिश्ते की गर्माहट ने भी राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी.
चाचा का मजाकिया अंदाज
अजित पवार ने रोहित से मजाकिया लहजे में कहा, "बच गया तू! सोचो, अगर मैं तुम्हारी सीट पर प्रचार करने आता तो क्या होता?" उनकी इस टिप्पणी ने वहां मौजूद सभी लोगों को मुस्कुराने पर मजबूर कर दिया. चाचा ने भतीजे की पीठ थपथपाते हुए उन्हें जीत की बधाई दी और पैर छूने को कहा.
छोटी जीत, बड़ी सीख
रोहित पवार, शरद पवार गुट के 10 विजयी विधायकों में से एक हैं. हालांकि, उन्होंने बेहद कम मार्जिन से जीत दर्ज की. अजित पवार ने इस मौके को हंसी-मजाक में लिया और कहा कि उनकी रैली ना होने की वजह से रोहित जीत गए.
पुराने सहयोग की याद
रोहित पवार ने अपनी बातचीत में कहा कि अजित पवार उनके पिता समान हैं. उन्होंने याद दिलाया कि 2019 के चुनाव में चाचा ने उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी मेहनत की थी. हालांकि इस बार, अजित बारामती सीट पर व्यस्त थे, लेकिन फिर भी रिश्तों में कोई खटास नहीं आई.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
इस मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में दोनों नेताओं की बातचीत और हंसी-मजाक को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. इसने चाचा-भतीजे की गर्मजोशी भरे रिश्ते को एक बार फिर से उजागर किया.
राजनीतिक तनाव के बीच सुलह
महाराष्ट्र की राजनीति में अजित पवार और शरद पवार के गुटों के बीच तनातनी किसी से छिपी नहीं है. चुनाव प्रचार के दौरान भी दोनों खेमों में तीखी बयानबाजी देखने को मिली. लेकिन यह मुलाकात राजनीतिक दुश्मनी के बजाय रिश्तों की मिठास को सामने लाई.
नई शुरुआत का संकेत
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुलाकात सिर्फ एक व्यक्तिगत बातचीत नहीं, बल्कि दोनों गुटों के बीच रिश्तों को सुधारने की ओर एक कदम हो सकती है. अजित और रोहित के बीच इस तरह की मुलाकात से समर्थकों में सकारात्मक संदेश गया है.
महाराष्ट्र की राजनीति में नया मोड़?
अजित पवार और रोहित पवार की इस मुलाकात ने महाराष्ट्र की राजनीति में नई संभावनाओं को जन्म दिया है. यह दर्शाता है कि भले ही राजनीतिक मतभेद हों, लेकिन पारिवारिक रिश्ते इनसे ऊपर हैं. आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह मुलाकात किसी बड़े राजनीतिक बदलाव का संकेत है.