Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जीत के लिए सभी सियासी दलों ने कमर कस ली है. भाजपा की बात करें तो पार्टी ने अब तक उम्मीदवारों की दो लिस्ट भी जारी कर दी है. भाजपा ने अपनी पहली लिस्ट में 99 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की थी और शनिवार को पार्टी ने 22 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की. दूसरी तरफ एमवीए सीट शेयरिंग की माथाच्ची में ही अटकी है.


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सीट शेयरिंग पर नहीं बनी बात


इस विषय पर एनसीपी (शरद पवार) के नेता और महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने जयंत पाटिल ने बताया कि महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए महा विकास आघाडी (एमवीए) घटकों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर अभी बात नहीं बनी है. पाटिल ने कहा कि उम्मीदवारों की जीत की संभावना के आधार पर निर्णय किए जा रहे हैं. 


एनसीपी शरद पवार गुट ने जारी की उम्मीदवारों की लिस्ट


जयंत पाटिल ने 22 सीटों के लिए अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की भी घोषणा की. शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी ने पहले राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से 45 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की थी. एमवीए के घटक दल कांग्रेस, राकांपा (एसपी) और शिवसेना (यूबीटी) ने पहले कहा था कि वे महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में 85-85 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. 


अंतिम सीट बंटवारे पर चर्चा अब भी जारी


हालांकि, अंतिम सीट बंटवारे पर चर्चा अब भी जारी है. पाटिल ने कहा, "90 या 85 सीटों का कोई फॉर्मूला तय नहीं किया गया है. जो पार्टी जिस भी सीट से जीत सकती है, उस पार्टी पर विचार किया जाएगा. हमारा प्रयास अपने सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार को आगे लाना है." कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट द्वारा एमवीए भागीदारों के लिए '90-90-90' व्यवस्था के बारे में पूछे जाने पर राकांपा (एसपी) नेता ने कहा, "यहां और वहां एक या दो सीटें (विवादास्पद) रहेंगी." 


शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस का 100-100 सीटों पर चुनाव लड़ने पर जोर


उन्होंने कहा कि शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस ने राज्य की 288 सीटों में से 100-100 सीटों पर चुनाव लड़ने पर जोर दिया है. पाटिल ने थोराट की बेटी के खिलाफ एक नेता द्वारा की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर भी भाजपा की आलोचना की. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार महिलाओं को सम्मान देने की बात करती है, लेकिन उसकी भाषा कुछ और ही बयां करती है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने महाराष्ट्र की सभी बहनों का अपमान किया है और सत्तारूढ़ पार्टी को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. 


सरकार ने किसानों के बारे में नहीं सोचा..


पाटिल ने बेमौसम बारिश के कारण कृषि क्षेत्र को हुए नुकसान को लेकर भी सरकार पर हमला बोला और किसानों की आत्महत्या को लेकर एकनाथ शिंदे सरकार की आलोचना की. राकांपा (एसपी) नेता ने दावा किया कि सरकार ने चुनाव से ठीक पहले बिना सोचे-समझे कई फैसले लिए. उन्होंने दावा किया कि फैसले लेते समय सरकार ने किसानों के बारे में नहीं सोचा.


(एजेंसी इनपुट के साथ)